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सरकारी बोरों में भरा रखा था 150 क्विंटल गेहूं, पकड़ा गया

खाद्यन्न खरीद-फरोख्त के इस गोरख धंधे पर लगाम नहीं लग पा रही...

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सरकारी बोरों में भरा रखा था 150 क्विंटल गेहूं, पकड़ा गया

लखीमपुर खीरी. नाकाम साबित हो जिलाप्रशासन इन खाद्यन्न माफियो के बढ़ते कदमो को अभी हाल ही में घोटाले को लेकर पीसीएफ अधिकारी सहित पांच क्रय केंद्र प्रभारियों पर गाज गिरी थी। इसके बावजूद खाद्यन्न खरीद-फरोख्त के इस गोरख धंधे पर लगाम नहीं लग पा रही।


आप को बता दे कि सरकारी गेहूं खरीद बंद हुये। लगभग एक माह का समय भी बीत चुका है। लेकिन बिचौलियों के गेहूं खपाने का खेल अभी भी जारी है। एसडीएम सदर अरुण कुमार सिंह ने देर शाम मुखबिर की सूचना पर राजापुर मंडी से गेहूं लेकर एफसीआई के डीपो जा रहे। एक ट्रक को रास्ते में पकड़ा। ट्रक को चेक किया गया। तो ट्रक में 150 क्विंटल (300 बोरी) गेहूं मिला। बोरो स्टेलिस (मार्का) सीतापुर जिले के तंबौर स्थित पीसीएफ स्टेट क्रय केंद्र का लगा है। जबकि ट्रक चालक से राजापुर मंडी स्थित डीसीडीएफ क्रय केंद्र का चलान स्लीप मिली।

शुरूआती जांच में बिचौलियों का गेहूं होने की पुष्टि होने पर डीएम शैलेंद्र सिंह ने दोषी के खिलाफ एआर कॉपरेटिव मंगल सिंह को रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश को दे दिए हैं। एसडीएम अरुण कुमार ने बताया कि सूचना मिलने पर तहसीलदार को ट्रक पकड़ने के लिए लगाया गया था। एलआरपी चौराहे पर एक ट्रक पकड़ा गया। जिसमें सरकारी खाद्य एवं रसद विभाग से भरा 300 बोरे मिले। चालक के पास गेहूं के सही कागज न होने पर ट्रक को चौकी पुलिस को सौप दिया गया।
जिला खाद्य विपणन अधिकारी लाल मणि पांडेय और मंडी सचिव संतोष कुमार दोनों अधिकारियों की जांच चौकाने वाली सामने आई। जिसमें आलाअफसर भी हैरान रह गये। क्योंकि मंडी राजापुर से निकलने ट्रक में लोड गेहूं के बोरो पर सीतापुर जिला के सरकारी क्रय केंद्र का मार्का लगा था। फिलहक इससे एक बार फिर केंद्र प्रभारी बिचौलियों और एजेंसियों के बीच साठगांठ होने की बात सच हो गई।

पूरे मामले में एसडीएम सदर अरुण कुमार सिंह ने बताया कि बरामद गेहूं को सुपुर्दगी में लेकर दोषी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए आदेश एआर कोऑपरेटिव मंगल सिंह को निर्देश दे दिए गए हैं। साथ ही प्रकरण की एआर कोऑपरेटिव से इस मामले में अलग से जवाब मांगा गया है। क्योंकि मंडी स्थित डीसीडीएफ के क्रय केंद्र का चालान मिला है। जिस पर काट पीट भी की गई है।


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