28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति पर विद्युत विभाग की रिश्वत पड़ी भारी, रिश्वत लेन-देन का ऑडियो वायरल

- विद्युत विभाग में पैसे लेकर बिल सुधारने के गोरखधंधे का हुआ खुलासा- ग्राम प्रधान और अधिकारियों के बीच हुई रिश्वत लेन-देन का ऑडियो हुआ वायरल- दिए गए 25 हजार के एवज में महज 8700 का बिल बनाया गया

2 min read
Google source verification
2_3.jpg

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
ललितपुर. जहां एक और प्रदेश सरकार सरकारी कार्यालयों से भ्रष्टाचार खत्म कर जीरो टॉलरेंस नीति लागू करने की बात कर रही है। तो वहीं दूसरी ओर पूर्ववर्ती सरकारों के 10 रिश्वतखोर अधिकारी कर्मचारी सरकार की मंशा को पलीता लगाने में लगे हुए है। वह बिना रिश्वत लिए कोई काम नहीं करना चाहते। चाहे इस रिश्वतखोरी में जनता का नुकसान हो या फिर सरकार का, लेकिन उन्हें को अपनी जेब भरने से मतलब है।

सरकार की मंशा को पलीता लगाकर उसकी छवि धूमिल करने का ताजा मामला ललितपुर के विद्युत विभाग में सामने आया है। जहां विद्युत विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों की मिलीभगत से भारी-भरकम बिल को महज कुछ रुपए ले देकर निपटाया जा रहा है। जिसकी बातचीत का आडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तब हड़कंप मच गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार शहरी मुहल्ला रावतयाना चौकाबाग निवासी ग्राम प्रधान संगठन के जिला अध्यक्ष जितेंद्र सिंह का आरोप है कि उनके मकान का बकाया 85302 रुपयों का भारी भरकम बिजली बिल विद्युत विभाग द्वारा इसलिए भेज दिया गया कि वहां तैनात एसडीओ आदर्श राज यादव भ्रष्ट किस्म का अधिकारी है। जो लोगों को बिजली के बिल बढ़ा चढ़ा कर देता है और बाद में बिल निपटाने के नाम पर भारी-भरकम रिश्वत भी लेता है।

एसडीओ के साथ वहां के कर्मचारी मोहित तथा त्रिलोकी बाबू भी मिले हुए हैं जो सीधे साधे भोले भाले लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। जब उनके मकान का भारी-भरकम बिल भेज दिया गया था । जिसके बाद उन्होंने एसडीओ आदर्श राज यादव से संपर्क किया तो बिल निपटाने की बात 25000 में निपटाने तय हुई जो उन्होंने उनके पास रख दिए। जिसके बाद उन्होंने 85 हजार का बिल केवल 8700 रुपए में निपटाया और शेष रकम करीब 16000 रिश्वत में लेने की बात भी कही। जितेंद्र सिंह और रोहित बाबू कथा एसडीओ आदर्श राज यादव के बीच इसी मामले को लेकर फोन पर वार्ता हुई तो जितेंद्र खेलने मामला उजागर करने के उद्देश्य से उक्त मामले की ऑडियो रिकॉर्डिंग कर ली और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। सोशल मीडिया पर रिश्वतखोरी की ऑडियो रिकॉर्डिंग वायरल होते ही महकमे में हड़कंप मच गया।

ये भी पढ़ें - ट्रक की टक्कर से दो छात्रों की मौत, तीन गंभीर घायल

ग्राम प्रधान संगठन के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने जिला अधिकारी ए दिनेश कुमार को एक शिकायती पत्र लिखकर पूरे मामले से अवगत कराया और मामले में पर्याप्त कानूनी कार्यवाही करने की मांग भी उठाई। हालांकि अभी तक इस मामले में जिला प्रशासन द्वारा विधुत विभाग के अधिकारी कर्मचारियों पर कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई। इस मामले में अब देखने वाली बात यह होगी कि जब सारे सबूत और प्रार्थना पत्र जिला अधिकारी को सौंपा गया है तब जिला अधिकारी इस मामले में क्या ठोस कार्यवाही करते हैं।

ये भी पढ़ें - नोडल अधिकारी ने ग्राम पंचायत के सभी विकास कार्य पाए अधूरे, अफसरों को दिए सख्त निर्देश