
सपा शासन में नौकरी पाने वाले संविदा कर्मी नाकारा: राज्य मंत्री मन्नू कोरी
ललितपुर. जब उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को प्रचंड बहुमत मिला तब यहां के निवासियों ने यह नहीं सोचा था कि इस सरकार में जो मंत्री बनेंगे वह सपा बसपा और भाजापा सरकारों में नौकरी पाने वाले संविदा कर्मियों के साथ कोई भेदभाव करेंगे। बल्कि उन्हीं संविदा कर्मियों ने भारतीय जनता पार्टी को प्रचंड बहुमत दिलाने में अपनी भूमिका निभाई। मगर योगी सरकार में श्रम रोजगार राज्य मंत्री मनोहर लाल पंथ मन्नू कोरी ने सपा शासनकाल में संविदा की नौकरी पर रखे गए कर्मचारियों को नाकारा और नेता घोषित कर दिया, जिससे उनकी शख्सियत को गहरा आघात पहुंचा है।
ताजा मामला जनपद ललितपुर के जिला अस्पताल का है। यूपी के बीजेपी सरकार के मंत्री मनोहर लाल पंथ ने ललितपुर के जिला अस्पताल में संविदा कर्मियों को हटाने की मांग की है। इसके पीछे उनका तर्क है कि सपा शासन के दौरान नौकरी पाने वाले संविदा कर्मी नकारा हैं, नेतागीरी करते हैं। इसलिए उनके स्थान पर बीजेपी कार्यकर्ताओं की नियुक्ति की जाय। इसके लिए उन्होंने बाकायदा एक पत्र लिखकर जिला अस्पताल प्रशासन को पूरे मामले से अवगत कराया। उनके इस पहल से जिला अस्पताल के संविदा कर्मियों में हड़कंप का माहौल बना हुआ है। राज्यमंत्री मन्नू कोरी ने स्वास्थ्य मंत्री को एक पत्र लिखकर इस मामले से अवगत कराया।
क्या लिखा है राज्य मंत्री के पत्र में
इस मामले में श्रम रोजगार राज्य मंत्री मनोहर लाल मन्नू कोरी ने 31 मई 2018 को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री को एक पत्र लिखकर जनपद भ्रमण के दौरान अवगत कराया गया है कि जिला चिकित्सालय जनपद ललितपुर में सपा शासनकाल से ठेकेदार द्वारा कार्यरत संविदा कर्मचारी सपा मानसिकता के होने के कारण ठीक ढंग से कार्य नहीं संपादित करते तथा यहां पर काम करने वाले संविदा कर्मी आए दिन नेतागिरी करते रहते हैं एवं कार्य ठीक ढंग से नहीं करते। अत: ऐसे संविदा कर्मचारियों को हटाकर सुयोग्य कर्मचारी रखना चाहिए, जिससे आम जनता को सही ढंग से लाभ मिल सके। ठेकेदार द्वारा पीएफ, पीएसआई का भुगतान भी नहीं किया जा रहा। नई व्यवस्था के तहत नए कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं की जा रही है। इसीलिए इस संबंध में नियमानुसार सुयोग्य एवं कर्मठ नए कर्मचारियों की नियुक्ति की आवश्यकता है। अत: अनुरोध है कि सपा सरकार में नियुक्त कर्मचारियों को हटाते हुए बीजेपी पार्टी के सुयोग्य एवं कर्मठ कार्यकर्ताओं को संविदा पर नियुक्ति प्रदान करने का कष्ट करें, जिससे पार्टी के कार्यकर्ताओं का मनोबल लाया जा सके ।
उपर्युक्त पूरी भाषा श्रम सेवायोजन राज्यमंत्री मनोहर लाल पंथ मन्नू कोरी ने अपने पत्र में स्वास्थ्य मंत्री के लिए लिखी है। इससे साफ जाहिर होता है कि अब नौकरी एक पार्टी से बंधकर करनी होगी। अगर पार्टी बदलेगी तो संविदा कर्मियों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है क्योंकि जब नई पार्टी सत्ता में आएगी तो वह अपने कार्यकर्ताओं को नौकरी पर रखेंगे। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि अब सरकारी नौकरियां भी पार्टियों की तरह राजनीतिक हो गई आज आई और कल चली गई।
Published on:
02 Jul 2018 10:04 pm
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