
नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज ( Reliance Industries ) की जियो प्लेटफॉर्म्स ( Jio Platforms ) में महज आठ सप्ताह के अंदर 11वां बड़ा निवेश हुआ है। अब सऊदी अरब के पब्लिक इन्वेस्टमेंट फंड ( Saudi Arab PIF ) ने जियो प्लेटफॉर्म में 11,367 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की है। इस निवेश के बदले में पीआईएफ को जियो ( PIF Jio Deal ) में 2.32 फीसदी हिस्सेदारी मिलेगी। यह सौदा 4.91 लाख करोड़ रुपए के इक्विटी वैल्यू पर किया गया है। वहीं अब जियो की इंटरप्राइजेज वैल्यू 5.16 लाख करोड़ रुपए आंकी गई है। अब तक आठ सप्ताह के अंदर जियो के जरिए आरआईएल ( RIL ) ने कुल 115693.95 करोड़ रुपए जुटा लिए हैं।
जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश हुए
- मुकेश अंबानी की जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश का सिलसिला पिछले 58 दिनों से जारी है।
- जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश 22 अप्रैल को फेसबुक से शुरू हुआ था।
- अप्रैल में अमेरिकी कंपनी फेसबुक ने जियो में 5.7 अरब डॉलर यानी करीब 43,574 करोड़ रुपए निवेश करने का एलान किया था।
& इसके बाद सिल्वर लेक पार्टनर ने जियो प्लेटफॉर्म्स में 1.15 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए 5,655.75 करोड़ रुपए के निवेश का एलान किया।
- सिल्वर लेक ने जियो प्लेटफॉर्म्स में अतिरिक्त 4,546.80 करोड़ रुपए के निवेश का भी एलान किया, जिसके बाद कंपनी में उसकी हिस्सेदारी बढ़कर 2.08 फीसदी हो जाएगी।
- विस्टा इक्विटी, जनरल अटलांटिक, केकेआर, मुबाडला और सिल्वर लेक ने अतिरिक्त निवेश किया था।
- उसके बाद अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (एडीआईए), टीपीजी और एल कैटरटन ने भी निवेश की घोषणा की थी।
- विस्टा ने जियो प्लेटफॉर्म्स में 2.32 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए 11,367 करोड़ के निवेश का एलान किया।
ऑयल इकोनॉमी से आगे बढ़ा सऊदी
सऊदी अरब के वेल्थ फंड पीआईएफ ने भारतीय अर्थव्यवस्था में अपना आज तक का सबसे बड़ा निवेश किया है। यह निवेश पीआईएफ की रणनीति और कंपनियों में निवेश के अनुरूप है, जो उनके विजन 2030 के तहत निवेश कर रहा है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा, हमने कई दशकों तक सऊदी अरब के साथ अपने बेहतर और फलदायी संबंधों का आनंद उठाया है। पीआईएफ के जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश से स्पष्ट है कि तेल अर्थव्यवस्था से आगे बढ़कर यह संबंध अब भारत के न्यू ऑयल यानी डेटा-अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं।
जियो एक इनोवेटिव व्यवसाय
पीआईएफ के गवर्नर महामहिम यासिर अल-रुम्यायन ने इस सौदे के बाद कहा, हमें एक इनोवेटिव व्यवसाय में निवेश करने की खुशी है, जो भारत में प्रौद्योगिकी क्षेत्र के परिवर्तन में सबसे आगे है। हम मानते हैं कि भारतीय डिजिटल अर्थव्यवस्था की क्षमता बहुत अधिक है और हमें उस विकास तक पहुंचने का एक शानदार अवसर प्रदान करेगा।
आखिर क्या है जियो प्लेटफार्म्स
रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड, जिसके पास 38.8 करोड़ मोबाइल ग्राहक है, वह जियो प्लेटफार्म्स की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बनी रहेगी। मुकेश अंबानी ने अपनी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज को मार्च 2021 से पहले कर्जमुक्त बनाने का लक्ष्य पिछले साल अगस्त में तय किया था।
Updated on:
18 Jun 2020 08:25 pm
Published on:
18 Jun 2020 08:22 pm
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