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स्वदेशी कंपनी पतंजलि मिला सकती है विदेशी कंपनियों से हाथ, सीईओ ने दी जानकारी

जीएसटी के कारण कंपनी ट्रेड, सप्लाई और डिस्ट्रीब्यूशन को हुआ नुकसान इस समय 3-4 विदेशी कंपनियां हैं जो पतंजलि के साथ हाथ मिलाने को तैयार हैं

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Baba Ramdev Patanjali

नई दिल्ली।बाबा रामदेव ( Baba Ramdev ) की कंपनी पतंजलि ( patanjali ) अब विदेशी कंपनियों के साथ डील करने के लिए तैयार हो गई है। कुछ समय पहले तक पतंजलि खुद मल्टीनेशनल कंपनियों ( MNCs ) का बहिष्कार करती थी, लेकिन अब पतंजलि वैश्विक स्तर पर अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए विदेशी कंपनियों के साथ हाथ मिलाने की तैयारी कर रही है। इस बात के संकेत पतंजलि के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ( balkrishna acharya ) के द्वारा दिए गए हैं।


सीईओ बालकृष्ण ने दी जानकारी

कंपनी के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि इस समय 3-4 विदेशी कंपनियां हैं जो पतंजलि के साथ हाथ मिलाने को तैयार हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम मल्टीनेशनल कंपनियों के साथ काम करने का विरोध नहीं करते हैं। हम फिलहाल अभी उन सभी कंपनियों के ऑफर्स का अध्यनन कर रहे हैं।


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कंपनी के नाम की नहीं की घोषणा

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारी नजर इस समय कंपनियों से मिलने वाली तमाम डील्स पर है। हालांकि उन्होंने अभी तक किसी भी कंपनी के नाम के बारे में घोषणा नहीं की है। वहीं, इससे पहले भी कई दिग्गज कंपनियों ने पतंजलि में इक्विटी खरीदने की इच्छा जाहिर की है।


कंपनी को हुआ नुकसान

बालकृष्ण ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि दो साल पहले लागू हुए जीएसटी के कारण हमारी कंपनी को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा है। मोदी सरकार के द्वारा लागू की गई जीएसटी के कारण कंपनी ट्रेड, सप्लाई और डिस्ट्रीब्यूशन में तालमेल नहीं बैठा पाई, जिसके कारण कंपनी को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है। पतंजलि के आंकड़ों के अनुसार, इस साल जुलाई-सितंबर तिमाही में उसकी कुल सेल्स 1769 करोड़ रुपए रही है जो पिछले साल समान अवधि में 1576 करोड़ रुपए थी।


आयुर्वेदिक प्रोडक्ट्स पर करना पड़ा फोकस

आपको बता दें कि देश में पतंजलि के आयुर्वेद प्रोडक्ट्स को काफी पसंद किया गया, जिसके कारण कई विदेशी कंपनियों जैसे हिन्दुस्तान यूनिलिवर (HUL), L'Oreal, कोलगेट कंपनियों के भी आयुर्वेदिक प्रोडक्ट्स पर फोकस करना पड़ा है।