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दिग्गज IT कंपनी TCS पर लगा चोरी का आरोप, जानिए क्या है पूरा मामला

locationनई दिल्लीPublished: Apr 30, 2019 12:43:22 pm

Submitted by:

Ashutosh Verma

CSC ने टीसीएस पर ट्रेड सीक्रेट चोरी करने का लगाया आरोप।
TCS पर इस तरह के आरोपों का दूसरा एेसा मामला।
टीसीएस ने कहा- कोर्ट में मजबूती से रखेंगे अपना पक्ष।

TCS

दिग्गज आर्इटी कंपनी टीसीएस पर लगा चोरी का आरोप, जानिए क्या है पूरा मामला

नर्इ दिल्ली। कम्प्यूटर साइंस काॅर्प ( CSC ) नाम की एक कंपनी ने भारत के आर्इटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी टाटा कंस्ल्टेंसी सर्विसेज ( TCS ) पर ट्रेड सीक्रेट चुराने का आरोप लगाया है। इस कंपनी ने टीसीएस को लेकर कहा है कि भारतीय आर्इटी सेक्टर की यह कंपनी अपने इंश्योरेंस प्लेटफाॅर्म के लिए ट्रेड सीक्रेट की चोरी कर रही है। बताते चलें कि पिछले साल ही अमरीकी इंश्योरेंस कंपनी ट्रांसअमेरिका ( TransAmerica ) से टीसीएस ने 2 अरब डाॅलर में बिड जीती थी।

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पहले भी एेसे मामले को लेकर टीसीएस पर हुआ है केस

दूसरी बार एेसा हुआ है कि टीसीएस पर इस तरह का कोर्इ केस दर्ज हुआ है। इसके पहले एपिक सिस्टम (Epic Systems ) ने भी टीसीएस पर चोरी का केस दर्ज कराया था, जिसे बाद में टीसीएस हार भी गर्इ थी। इस केस में टीसीएस को 420 मिलियन डाॅलर का जुर्माना भी लगा था। फिलहाल, टीसीएस इस केस को उच्च न्यायालय में चुनौती दे रही है। कम्प्यूटर साइंस काॅर्प ने पिछले साल अमरीका के टेक्सास में एक केस दर्ज कराया था जिसमें कहा गया है कि टीसीएस अवैध तरीके से उसके कोड्स एक्सेस कर रही है।

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क्या है पूरा मामला

बिजनेस वेबसाइट इकोनाॅमिक टाइम्स ने जब टीसीएस से इस बारे में संपर्क किया तो कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, “हमारी कानूनी टीम इस आरोप का रिव्यू कर रही है आैर उचित तरीके से रिप्लार्इ करेगी। टीसीएस कोर्ट में अपना पक्ष मजबूती से रखेगी।” CSC न्यू याॅर्क स्टाॅक एक्सचेंज ( NYSE ) पर लिस्टेड डीएक्ससी टेक्नोलाॅजी ( DXC Technology ) की पेरेंट कंपनी है। कंपनी ने वैंटेज आैर साइबरलाइफ की नाम की दो इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स के लिए मनी सर्विस इंक ( MSI ) से लाइसेंस लिया है। MSI की मालिकाना हक ट्रांसअमेरिका की है। एमएसआर्इ ही CSC साॅफ्टवेयर का इस्तेमाल ट्रांसअमेरिका के इंश्योरेंस व एन्युइटी प्रोग्राम के लिए करती थी।

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इन चोरियों के लगे हैं आरोप

ट्रांसअमेरिका के साथ डील में टीसीएस ने इस कंपनी के 2,200 कर्मचारियों को भी शामिल की थी। इसी डील के तहत टीसीएस पाॅलिसी के प्रबंधन के लिए बाॅन्क्स ( BaNCS ) प्रोग्राम का इस्तेमाल करती है। सीएससी ने कहा है कि टीसीएस इस एक्सेस का इस्तेमाल सीएससी सोर्स कोड के लिए कर रही है। सोर्स कोड के अतिरिक्त टीसीएस साॅफ्टवेयर, डाक्युमेंट्स व अन्य दूसरी जानकारियों भी एक्सेस करती है।

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