
बर्गर किंग के साथ नजर आएंगे इंडिगो के राहुल भाटिया, 1,400 करोड़ में खरीद सकते हैं फ्रेंचाइजी
नई दिल्ली।इंडिगो ( indigo ) के को-फाउंडर राकेश गंगवाल और प्रमोटर राहुल भाटिया ( Rahul bhatia ) के बीच हुई लड़ाई अब बढ़ती जा रही है। इसी लड़ाई के बीच खबर सामने आ रही है कि अब राहुल भाटिया की कंपनी इंटरग्लोब ग्रुप बर्गर किंग ( Burger King ) की फ्रेंचाइजी खरीद सकती है। सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया कि इंटरग्लोब ग्रुप बर्गर किंग की फ्रेंचाइजी को 1,400 करोड़ रुपए में खरीदने का प्लान बना रही है।
बर्गर किंग के साथ दिखेंगे राहुल भाटिया
राहुल भाटिया लंबे समय से कंपनी की फ्रेंचाइजी खरीदने पर विचार कर रहे थे। बर्गर किंग की फ्रेचाइजी लेने से पहले उन्होंने अमरीका की दो अन्य कंपनियों से भी बातचीत की थी, लेकिन कीमत ज्यादा होने के कारण सौदा खत्म हो गया है, लेकिन खबरें आ रही है कि इंटरग्लोब ग्रुप ने बर्गर किंग के साथ सौदा कर लिया है आर जल्द ही दोनों कंपनियां साथ में काम करती हुई नजर आएंगी।
भारत में बर्गर किंग के 140 स्टोर हैं
आपको बता दें कि इंडिया में भी बर्गर किंग को काफी पसंद किया जा रहा है। इस समय भारत में बर्गर किंग के लगभग 140 स्टोर चलते हैं। भारत में व्यापर बढ़ने के बाद कंपनी के मुनाफे में तो बढ़ोतरी हुई है। कंपनी के मुनाफे में हर साल बढ़ोतरी हो रही है। इसके साथ ही कंपनी को कच्चे माल, स्टाफ और लीज रेंटल जैसी लागत में भी फायदा हो रहा है। वहीं, अगर हम कंसॉलिडेटेड लेवल पर मुनाफे की बात करें तो इसमें कंपनी को नुकसान हो रहा है।
आइबिस के साथ भी कर रहे काम
राहुल भाटिया फिलहाल इस समय होटल बिजनेस में भी अपना हाथ आजमा रहे हैं। एकॉर ग्रुप के साथ मिलकर वह यह बिजनेस कर रहे हैं। इसके अलावा भाटिया आइबिस, नोवोटेल और पुलमैन ब्रांड के तहत ऑपरेट कर रहे हैं। फिलहाल आइबिस के इस समय देशभर में 19 होटल हैं, जिसका संचालन किया जाता है। इसके अलावा उनके पास 3,500 कमरे हैं।
इंडिगो प्रमोटर और को-फाउंडर के बीच चल रहा विवाद
आपको बता दें कि इंडिगो में 37 फीसदी हिस्सेदारी राकेश गंगवाल की है और 38 फीसदी हिस्सेदारी राहुल भाटिया की है। इन दोनों प्रमोटर के बीच लंबे समय से लड़ाई चल रही है जो अब खुलकर सामने आई है। राकेश गंगवाल ने राहुल भाटिया के खिलाफ सेबी में शिकायत की है। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया है कि भाटिया ने कई ऐसे लेनदेन किए हैं, जिन पर सवाल उठाए जा सकते हैं। शेयरहोल्डर्स का जो एग्रीमेंट है उसमें इंडिगो पर भाटिया को असामान्य नियंत्रण हासिल है। उन्होंने कहा कि कंपनी गवर्नेंस के उन मूल सिद्धांतों और मूल्यों से 'विचलित होना' शुरू कर चुकी है, जिसके बल पर वह आज खड़ी है।
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Updated on:
11 Jul 2019 12:59 pm
Published on:
11 Jul 2019 12:20 pm
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