
कंपनियों को सेबी का झटका, मुकेश अंबानी-सुनील मित्तल जैसे दिग्गजों को छोड़ना पड़ेगा एक पद
नई दिल्ली। देश के सबसे अमीरों में शुमार रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी को अपना एक पद छोड़ना पड़ सकता है। इसका कारण भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के नए नियमों हैं। सेबी के नए नियमों के अनुसार बड़ी कंपनियों को चेयरमैन और प्रबंध निदेशक पद पर अलग-अलग व्यक्ति की नियुक्ति करनी होगी। सेबी के इस नियम के कारण रिलायंस इंडस्ट्रीज , इन्फोसिस, टीसीएस और भारती एयरटेल समेत 291 सूचीबद्ध कंपनियों अपने निदेशक मंडल में एक गैर कार्यकारी चेयरपर्सन की नियुक्ति करनी होगी। कंपनियों को यह कदम 1 अप्रैल 2020 तक उठाना होगा। आपको बता दें कि 5 जुलाई को आयोजित एजीएम बैठक में रिलायंस ग्रुप के प्रबंध निदेशक के रूप में मुकेश अंबानी का कार्यकाल 5 साल के लिए बढ़ाया गया था। वह निदेशक मंडल के चेयरमैन भी हैं।
इसलिए बनाया नियम
दरअसल मौजूदा समय में बहुत सारी कंपनियों ने चेयरमैन और प्रबंध निदेशक पद को मिलाकर सीएमडी पद बना रखा है। अधिकांश कंपनियों में इस पद पर कंपनी मालिक काबिज होता है। एेसे में निदेशक मंडल और प्रबंधन में कई बार टकराव हो जाता है। इस टकराव को टालने के लिए सेबी ने चेयरमैन और प्रबंध निदेशक पदों पर अलग-अलग करने का फैसला किया है। सेबी के इस नियम के दायरे में सूचीबद्ध 500 कंपनियों में 291 कंपनियां आ रही हैॆं। एेसे में इन 291 कंपनियों को चेयरमैन और प्रबंध निदेशक पद पर अलग-अलग लोगों की नियुक्ति करनी होगी। सेबी के नियमों के अनुसार कंपनियों को चेयरमैन पद पर गैर कार्यकारी निदेशक की नियुक्ति करनी ही होगी।
इन कंपनियों पर पड़ेगा नए नियम का असर
सेबी ने यह नियम कॉरपोरेट गवर्नेंस पर गठित उदय कोटक समिति की कई सिफारिशों के बाद बनाया है। समिति की सिफारिशों के अनुसार इस समय नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में पंजीकृत 500 कंपनियों में से कुल 291 कंपनियों को सीईओ/एमडी और चेयरमैन पद को अलग करना है। इन कंपनियों का चयन उनके बाजार पूंजीकरण के आधार पर हुआ है। सेबी के नए नियमों से जो कंपनियां प्रभावित होंगी उनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज, इन्फोसिस, टीसीएस और भारती एयरटेल के साथ हिंदुस्तान यूनिलीवर, ओएनजीसी, कोल इंडिया, लार्सन एंड टुब्रो और एचसीएल टेक्नॉलजीज जैसी प्रमुख कंपनियां शामिल हैं।
1 अप्रैल 2019 तक नियुक्त करनी होगी स्वतंत्र महिला निदेशक
सेबी के नए नियमों के अनुसार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में पंजीकृत शीर्ष 500 में से 145 कंपनियों को 1 अप्रैल 2019 तक एक स्वतंत्र महिला निदेशक की नियुक्ति करनी होगी। जिन कंपनियों को स्वतंत्र महिला निदेशक की नियुक्ति करनी होगी उनमें आरआईएल, भारती एयरटेल, टीसीएस एचडीएफसी, भारतीय स्टेट बैंक, इंडियन ऑयल और हिंदुस्तान जिंक जैसी प्रमुख कंपनियां शामिल हैं।
Updated on:
24 Jul 2018 08:35 am
Published on:
23 Jul 2018 01:56 pm
बड़ी खबरें
View Allकॉर्पोरेट वर्ल्ड
कारोबार
ट्रेंडिंग
