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इस मामले के तहत भेजे गए थे जेल
पीएमएलए कानून के तहत राणा कपूर को मार्च में गिरफ्तार किया गया था। तभी से वो न्यायिक हिरासत में है। इंफोर्समेंट डायरेक्ट्रेट राणा कपूर, उनकी पत्नी और तीन बेटियों को एक कंपनी द्वारा मिले 600 करोड़ रुपए से ज्यादा के मामले में जांच कर रही है। जिसका संचालन खुद कथित रूप से राणा कपूर द्वारा किया जा रहा था। वहीं इसका कंपनी का रिलेशन डीएफएचएल से भी था। ईडी की ओर से ओर से वधावन बंधुओं को भी हिरासत में लिया हुआ है।
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ईडी के आरोप
ईडी की ओर से आरोप लगाए गए हैं कि कर्ज को मंजूरी देने में कपूर, उनके परिवार के सदस्यों और अन्य को काफी निजी फायदें हुए हैं। वहीं उनपर कुछ कॉरपोरेट घरानों को आसान कर्ज देने का आरोप है, जो बाद में गैर निष्पादित संपत्तियां (एनपीए) के रूप में सामने आई हैं। केंद्रीय जांच ब्यूरो भी संबंधित मामले में जांच में जुटा हुआ है। जानकारों की मानें तो पीएमएलए, ईडी और सीबीआई इस मामले में पूरी तरह से सख्त है। वो अपनी ओर से किसी तरह की ढिलाई छोडऩे के मूड में नहीं दिखाई दे रहे है। जिसकी वजह से कपूर को जमानत में मिलने में काफी मुश्किलें हो रही हैं।