
चीन व यूरोप में कम बिक्री से टाटा मोटर्स पर 97 हजार करोड़ रुपए का कर्ज, टाटा समूह की अन्य कंपनियों की बढ़ी मुश्किलें
नई दिल्ली। भारत की सबसे पुरानी और दिग्गज कंपनी टाटा ( Tata ) के लिए अब नई परेशानी खड़ी हो गई है। दरअसल, चीन की आर्थिक सुस्ती के बाद वजह से टाटा अब उन कंपनियों की कतार में खड़ी हो गई है, जिनके बिजनेस पर खासा असर पड़ा है। करीब एक दशक पहले ही टाटा ने ब्रिटिश कार कंपनी जैगुआर लैंड रोवर ( jaguar land rover ) को खरीदा था। गत दिसंबर तिमाही तक कंपनी को लगातार तीन तिमाहियों में घाटे का सामना करना पड़ा है। हालांकि, बीते सप्ताह ही जारी किए गए जनवरी-मार्च तिमाही के आंकड़ों के मुताबिक, टाटा को करीब 151 मिलियन डॉलर का मुनाफा हुआ है। इन सबके बीच दुनिया की सबसे बड़े ऑटो मार्केट में खपत में कमी और चीन की सुस्ती की वजह से टाटा पर अब करीब 14 अरब डॉलर (करीब 97,661 करोड़ रुपए ) का कर्ज को बोझ हो गया है।
टाटा मोटर्स और टाटा स्टील पर सबसे अधिक कर्ज
टाटा समूह पर इतने बड़े कर्ज की सबसे बड़ी वजह जैगुआर लैंड रोवर का प्रदर्शन रहा है। इस कंपनी के कर्ज में भारी बढ़ोतरी का एक कारण यह भी रहा कि कंपनी बड़े स्तर पर अपने कारोबार में कई तरह के व्यापाक बदलाव करने की तैयारी में रही। कंपनी के लिए यह स्थिति तब और खराब हो गई जब हाल ही में यूरोप में एक स्टील की डील भी फेल हो गई। टाटा स्टील और टाटा मोटर्स पर कुल मिलाकर करीब 27 अरब डॉलर का कर्ज था, जो कि टाटा की सभी 18 कंपनियों पर कुल कर्ज का आधा हिस्सा है। इसमें मार्च 2018 तक टाटा स्टील बीएसएल लिमिटेड और टाटा टेलिसर्विसेज महाराष्ट्र पर 9 अरब डॉलर का कर्ज शामिल नहीं है।
सरकार के कठोर कदम ने कई दिग्गज कंपनियों के लिए खड़ी की परेशानी
इस मामले से जुड़े एक जानकार का कहना है कि लंबी अवधि को देखते हुए टाटा समूह को अब कठोर फैसले लेने होंगे। फिलहाल के लिए तो सबसे अधिक परेशानी टाटा मोटर्स और टाटा स्टील के कारोबार पर है। इन दोनों ईकाईयों ने करीब 151 साल पुरानी टाटा कंपनी के लिए परेशानी खड़ी कर दिया आपको बता दें कि करीब दशक भर पहले ही इस कंपनी ने कई विदेशी कंपनियों का अधिग्रहण किया था। सरकार द्वारा फंसे कर्ज को लेकर उठाए गए कदम के बाद देश की कई दिग्गज कंपनियों पर लगातार कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा है।
2007 में टाटा ने जैगुआर लैंड रोवर को खरीदा था
साल 2007 में टाटा समूह ने फोर्ड मोटर कॉरपोरेशन और स्टीलमेकर कोकर ग्रुप से जैगुआर लैंड रोवर को 12.9 अरब डॉलर में खरीदा था। टाटा का यह डील किसी भी भारतीय कंपनियों द्वारा किए गए सबसे बड़े अधिग्रहण में से एक है। यूरोप में ब्रेग्जिट पर अनिश्चित्तता और जैव-ईंधन की गाडिय़ों की तरफ बढ़त रुचि ने यूरोपिया बाजार में टाटा के कारोबार बुरी तरह प्रभावित करना शुरू कर दिया।
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Published on:
22 May 2019 12:15 pm
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