सार्वजनिक उपयोग के लिए नहीं उपलब्ध
Apple के अन्य कंज्यूमर ऐप्स की तरह, ‘Surveyor’ आम जनता के लिए उपलब्ध नहीं है। ऐसा माना जा रहा है कि इसे उन पार्टनर कंपनियों के लिए डिजाइन किया गया है, जो मैपिंग असाइनमेंट्स की जिम्मेदारी निभाती हैं। ऐप डाउनलोड करने पर यूजर्स को ‘Open Partner App’ का विकल्प मिलता है, जो उन्हें Premise नामक एक अन्य ऐप पर रीडायरेक्ट करता है।
थर्ड-पार्टी प्लेटफॉर्म से इंटीग्रेशन
Premise एक थर्ड-पार्टी प्लेटफॉर्म है, जो यूजर्स को सर्वे, लोकल डिटेल्स (जैसे कंस्ट्रक्शन अपडेट्स) रिपोर्ट करने और स्पेसिफिक लोकेशन्स की फोटोग्राफी करने जैसे टास्क पूरे करने पर रिवॉर्ड्स कमाने का मौका देता है। Surveyor ऐप में मिले कोड स्ट्रिंग्स से संकेत मिलता है कि Premise के जरिए यूजर्स को मैपिंग टास्क असाइन किए जाते हैं, जिसमें उन्हें iPhone को लैंडस्केप मोड में सेट करके एक स्पेसिफाइड रूट पर ड्राइविंग के दौरान इमेज कैप्चर करने के निर्देश दिए जाते हैं। ये भी पढ़ें- Snapdragon 6 Gen 4 प्रोसेसर और 6000mAh बैटरी के साथ आएगा Realme 14 5G, यहां जानिए सबकुछ! Apple Maps के लिए डेटा कलेक्शन
Apple के अनुसार, Surveyor ऐप रोड इंफ्रास्ट्रक्चर का डेटा इकट्ठा करता है और इसे Apple को ट्रांसमिट करता है। यह डेटा Apple Maps पर ऑब्जेक्ट्स को प्रिसाइजली प्लेस करने में मदद करता है, जिससे मैपिंग सिस्टम और अधिक सटीक और विश्वसनीय बनता है।
क्राउडसोर्स्ड डेटा कलेक्शन
Apple का यह कदम यह संकेत देता है कि कंपनी क्राउडसोर्स्ड डेटा कलेक्शन के जरिए अपने मैपिंग सिस्टम को लगातार अपडेट और रिफाइन करना चाहती है। हालांकि, Premise को आधिकारिक तौर पर Apple Maps का पार्टनर नहीं बताया गया है, लेकिन दोनों ऐप्स के बीच इंटीग्रेशन यह दिखाता है कि Apple Maps को लगातार अपडेट करने के लिए किसी प्रकार की साझेदारी हो सकती है। ये भी पढ़ें- Infinix Note 50X 5G: दमदार परफॉर्मेंस और नए फीचर्स के साथ भारत में इस दिन लॉन्च होगा नया स्मार्टफोन, जानिए क्या होगा खास? कम्युनिटी-ड्रिवन मैपिंग सिस्टम
Apple का यह कदम कम्युनिटी-ड्रिवन डेटा कलेक्शन को अपनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, जो Google Maps और Waze जैसी स्ट्रैटेजीज को चुनौती दे सकता है। जैसे-जैसे Apple अपने मैपिंग सिस्टम को और एडवांस कर रहा है, Surveyor ऐप AI-ड्रिवन, रियल-टाइम मैप एन्हांसमेंट्स की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है। इससे यूजर्स को ज्यादा सटीक और डिटेल्ड नेविगेशन असिस्टेंस मिल सकेगा।