
Black Friday Sale 2025 (Image: Freepik)
Black Friday Sale 2025: थैंक्सगिविंग के ठीक बाद आने वाला दिन, जिसे हम 'ब्लैक फ्राइडे' कहते हैं, आज दुनिया का सबसे बड़ा शॉपिंग फेस्टिवल बन चुका है। इस साल 28 नवंबर को यह सेल मनाई जा रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं, जिस 'ब्लैक फ्राइडे' शब्द को हम आज मजेदार सेल और भारी डिस्काउंट से जोड़ते हैं उसके पीछे एक लंबा और काला इतिहास छिपा है। इतना ही नहीं, आंकड़ों के मुताबिक इसी दिन सबसे ज्यादा ऑनलाइन फर्जीवाड़ा भी होता है। खासकर भारतीय यूजर्स को इस समय सबसे ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।
अक्सर लोगों को लगता है कि यह शब्द शॉपिंग से जुड़ा है, लेकिन असल में इसकी शुरुआत एक वित्तीय आपदा से हुई थी। साल 1869 में अमेरिका में सोने (Gold) की कीमतें अचानक गिरने लगीं और शेयर बाजार में हड़कंप मच गया। इस घटना से देशभर में आर्थिक नुकसान और डर का जो माहौल बना, उसे पहली बार 'ब्लैक फ्राइडे' कहा गया।
इसके बाद यह शब्द दोबारा चर्चा में 1950 के दशक में आया। फिलाडेल्फिया में आर्मी-नेवी फुटबॉल मैच और सेल की वजह से सड़कों पर भारी भीड़ उमड़ पड़ती थी। पुलिस को दिन-रात ड्यूटी करनी पड़ती थी और पूरा शहर जाम से जूझता रहता था। पुलिस ने उस मुश्किल दिन को 'ब्लैक फ्राइडे' कहना शुरू कर दिया। हालांकि, बाद में 1980 के दशक में रिटेलर्स ने इसे पॉजिटिव मार्केटिंग में बदल दिया। उन्होंने तर्क दिया कि इस दिन दुकानदार 'लाल स्याही' (घाटे) से निकलकर 'काली स्याही' (मुनाफे) में आ जाते हैं।
ब्लैक फ्राइडे आज दुनिया की सबसे बड़ी सेल इसलिए बन गई है क्योंकि इस दिन ब्रांड्स सालभर का सबसे बड़ा डिस्काउंट देते हैं। ग्राहक भारी संख्या में खरीदारी करने के लिए इसका इंतजार करते हैं। ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म्स ने इसे और भी बड़ा बना दिया है, जिससे अब अमेरिका से निकलकर यह ट्रेंड भारत समेत पूरी दुनिया में फैल गया है और लाखों लोग घर बैठे आसानी से सेल का फायदा उठा लेते हैं।
जैसे-जैसे यह सेल बड़ी होती गई, वैसे-वैसे यहां ठगी का खतरा भी बढ़ गया। ब्लैक फ्राइडे सेल के दौरान सबसे ज्यादा ऑनलाइन फर्जीवाड़ा देखने को मिलता है। कई बार स्कैमर्स ऐसी वेबसाइट बनाते हैं जो हूबहू असली साइट (जैसे अमेजन या फ्लिपकार्ट) जैसी दिखती है लेकिन उन पर ऑर्डर किया गया सामान कभी आता ही नहीं है।
कुछ जगहों पर "90% OFF" या "iPhone सिर्फ 4999 रुपये में" जैसे अविश्वसनीय ऑफर दिखाए जाते हैं। ये असल में आपके बैंक डिटेल चुराने का तरीका होता है। कई बार पेमेंट लिंक भेजकर कार्ड या यूपीआई की जानकारी चोरी कर ली जाती है, या फिर ब्रांडेड सामान के नाम पर नकली और घटिया प्रोडक्ट घर भेज दिया जाता है।
भारतीय खरीदारों को इस दौरान खास सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि भारत अब दुनिया के सबसे बड़े ऑनलाइन शॉपिंग बाजारों में शामिल हो चुका है। यहां लोग बड़ी छूट देखकर आसानी से भरोसा कर लेते हैं, इसलिए ठग इसका फायदा उठाते हैं।
आजकल व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम पर फर्जी स्टोर बहुत तेजी से फैल रहे हैं। अक्सर लोग फेक ऐप या नकली पेज की पहचान नहीं कर पाते, जिससे वे ठगी का शिकार हो जाते हैं। यही वजह है कि ब्लैक फ्राइडे जैसे बड़े सेल इवेंट्स के दौरान भारत में ऑनलाइन फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ जाते हैं।
अगर आप इस सेल में सुरक्षित शॉपिंग करना चाहते हैं तो इन जरूरी बातों का ध्यान रखें।
Published on:
28 Nov 2025 08:51 am
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