1. लालच कर देता है बर्बाद
चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति को कभी भी जीवन में दूसरों के धन का लोभ नहीं करना चाहिए क्योंकि खुद से कमाए हुए पैसे से ही व्यक्ति संतुष्टि और सम्मान प्राप्त करता है। वहीं बिना परिश्रम के मिला हुआ पैसा ज्यादा समय तक नहीं टिक पाता है और फिर ऐसे लालची मनुष्य को आगे चलकर कई आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
2. धन का अपमान करना
चाणक्य नीति के अनुसार जो व्यक्ति धन हाथ में आने पर उसका मोल नहीं समझ पाता उस पर लक्ष्मी माता कभी अपनी कृपा नहीं बरसाती हैं और हमेशा के लिए रूष्ट हो जाती हैं। इसलिए भूलकर भी धन का अनादर न करें और सोच विचार कर ही पैसा खर्च करें।
3. दुर्बल लोगों पर ताकत दिखाना
जो व्यक्ति अपने से कमजोर और छोटे लोगों को रौब दिखाते हैं तथा साथ ही अपने पद-प्रतिष्ठा का गलत फायदा उठाते हैं, उन लोगों का धन और सम्मान नष्ट होने में ज्यादा समय नहीं लगता।
4. बुरी संगत में पड़ा हुआ व्यक्ति
आचार्य चाणक्य के अनुसार यदि व्यक्ति किसी बुरी संगत में पड़ जाए तो उसका नाम और यश दोनों के लिए ही मुसीबत खड़ी हो जाती है। वहीं अधर्मी लोग केवल अपने बारे में सोचते हैं और आपका धन हथियाने में भी पीछे नहीं हटते। इसलिए हमेशा धर्म का पालन करने वाले और विद्वान लोगों की संगत में ही रहना चाहिए। ऐसे लोगों को जीवन में खूब तरक्की मिलती है।