30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Countries Without Airports: इन देशों में हवाई जहाज की लैंडिंग पर है पाबंदी, जानें इसके पीछे की वजह और कैसे इन देशों में पहुंच पाएंगे

भौगोलिक स्थितियों के कारण इन देशों में हवाई अड्डा बनाना संभव नहीं हो पाया। लेकिन ऐसा भी नहीं है कि यहां पहुंचा नहीं जा सकता है। यहां पहुंचने के लिए लोगों को हेलीकॉप्टर, पानी के रास्ते या पड़ोसी देशों के हवाई अड्डों का सहारा लेना पड़ता है।

2 min read
Google source verification

भारत

image

Anurag Animesh

Nov 01, 2025

Countries Without Airports

Countries Without Airports(Image-Freepik)

अगर एक देश से दूसरे देश में जाना हो तो सबसे ज्यादा सुगम साधन एरोप्लेन होता है। दुनिया के अधिकतर देश हवाई यात्रा से जुड़े हुए हैं। इसलिए एक देश से दूसरे देश पहुंचना बहुत आसान है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में कुछ ऐसे देश भी हैं, जहां एयरपोर्ट ही नहीं है। यानी इन देशों में सीधे एरोप्लेन से नहीं पहुंचा जा सकता है। एयरपोर्ट नहीं होने की वजह है, इनका छोटा आकार, पहाड़ी इलाका या फिर समुद्र के बीचोंबीच होना। भौगोलिक स्थितियों के कारण यहां हवाई अड्डा बनाना संभव नहीं हो पाया। लेकिन ऐसा भी नहीं है कि यहां पहुंचा नहीं जा सकता है। यहां पहुंचने के लिए लोगों को हेलीकॉप्टर, पानी के रास्ते या पड़ोसी देशों के हवाई अड्डों का सहारा लेना पड़ता है। आइए जानते हैं इन देशों के बारे में।

Countries Without Airports: जान लें देशों के नाम

एंडोरा (Andorra)

फ्रांस और स्पेन के बीच पिरेनीज पहाड़ों में बसा एंडोरा दुनिया का सबसे बड़ा देश है जहां कोई एयरपोर्ट नहीं है। ऊबड़-खाबड़ पहाड़ों के कारण यहां रनवे बनाना लगभग असंभव है। फिर भी यह देश अपने स्की रिसॉर्ट, खूबसूरत पर्वतीय दृश्यों और टैक्स-फ्री शॉपिंग के लिए एक शानदार टूरिस्ट प्लेस है। यहां पहुंचने के लिए स्पेन या फ्रांस के नजदीकी हवाई अड्डों पर उतरते हैं। सबसे नजदीकी हवाई अड्डा Andorra-La Seu d’Urgell Airport है, जो सिर्फ 12 किलोमीटर दूर है। वहां से सड़क रस्ते से यहां पहुंचा जा सकता है।

लिकटेंस्टाइन (Liechtenstein)
लिकटेंस्टाइन स्विट्जरलैंड और ऑस्ट्रिया के बीच बसा यह छोटा देश है। यहां के लोग अपनी शांति और प्राकृतिक सुंदरता को हवाई यातायात से ऊपर रखते हैं। इस देश में पहुंचने के लिए पर्यटक आमतौर पर स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख एयरपोर्ट पर उतरते हैं और फिर ट्रेन या बस से यहां पहुंचते हैं। लिकटेंस्टाइन के Balzers इलाके में एक हेलिपोर्ट भी है, जिससे यहां हेलीकॉप्टर से पहुंचा जा सकता है।

मोनाको (Monaco)

सिर्फ 2 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल वाले मोनाको में एयरपोर्ट के लिए जगह ही नहीं है। हर इंच जमीन आलीशान होटलों, कैसिनो और ऊंची इमारतों से भरा हुआ है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि यहां पहुंचना मुश्किल है। फ्रांस के Nice Côte d’Azur Airport से मात्र 7 मिनट की हेलीकॉप्टर उड़ान आपको सीधे मोंटे कार्लो के केंद्र में उतार देती है। यही देश हर साल मशहूर Formula 1 Monaco Grand Prix की मेजबानी भी करता है।

Countries Without Airports: वैटिकन सिटी में भी नहीं है एयरपोर्ट

सैन मरीनो (San Marino)
इटली से घिरा यह छोटा पहाड़ी गणराज्य Mount Titano पर बसा है और दुनिया के सबसे पुराने गणराज्यों में से एक है। यहां कोई नियमित हवाई अड्डा नहीं है, केवल एक छोटा-सा इमरजेंसी एयरस्ट्रिप मौजूद है। यात्रियों को आमतौर पर Rimini या Bologna हवाई अड्डों पर उतरना पड़ता है, और फिर सड़क या बस से सैन मरीनो पहुंचना होता है।

वैटिकन सिटी (Vatican City)
दुनिया का सबसे छोटा देश वैटिकन सिटी, इतना छोटा है कि एक हवाई अड्डा यहां की सीमाओं में समा ही नहीं सकता। पूरा शहर रोम के भीतर स्थित है। यहां एक छोटा-सा हेलिपोर्ट है, जिसका उपयोग आमतौर पर आधिकारिक कार्यक्रमों के लिए किया जाता है। पर्यटक Rome International Airport पर उतरते हैं और कुछ मिनट की ड्राइव या पैदल चलकर St. Peter’s Square तक पहुंच जाते हैं। इस देश को पैदल कुछ ही मिनटों में पार किया जा सकता है।