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रिश्ते में इमोशनल कनेक्शन के लिए जरूरी है इमोशनल सेफ्टी, जानिए क्यों

locationनई दिल्लीPublished: Mar 23, 2023 09:19:27 am

Submitted by:

Namita Kalla

Emotional Safety for Emotional Connection : हम हमेशा किसी रिश्ते में भावात्मक रूप से जुड़ने से पहले उस रिश्ते में सेफ्टी तलाशते हैं। न्यूरोबायोलॉजी में एक लेटेस्ट रिसर्च से पता चला है की इमोशनल सेफ्टी किसी भी रिश्ते का सबसे आवश्यक पहलु होता है। आइए जानते है कैसे होते हैं इमोशनली सेफ पार्टनर और क्यों उनका होना हमरी जिंदगी में जरूरी है।

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इमोशनली सेफ रिश्ता नीव होता है प्यार, अपनेपन, साहस का…

किसी रिश्ते में जब हम सुरक्षा का अनुभव करते हैं, तो हम अपने पार्टनर की बात सुनने, उनसे सहानुभूति रखने और सच्चे मन से कनेक्ट करने लगते हैं। इसके साथ ही हमारी सोच, विचार और जीवन में पॉजिटिव लुक आ जाता है। एक इमोशनली सेफ रिश्ता नीव होता है प्यार, अपनेपन, साहस, सहानुभूति और रिश्ते की घनिष्टता का। जिन रिश्तों में इमोशनल सेफ्टी नहीं होती वे रिश्ते अक्सर तनाव,चिड़चिड़ापन और नेविगेट विचारों में घिरे रहते हैं। कैसे होते हैं यह इमोशनली सेफ पार्टनर? डॉक्टर निकोल लेपेरा जो सोशल मीडिया पर ‘दी होलिस्टिक साइकोलॉजिस्ट’ के नाम से फेमस हैं ने मार्च २३ को अपनी एक पोस्ट में इमोशनली सेफ पार्टनर के बारे में बताया और इस तरह के पार्टनर के गुण साझा किये। डॉक्टर निकोल लेपेरा ने फेसबुक पर अपनी पोस्ट में कहा, ‘मेरा मानना है कि रिश्तों में इमोशनल रूप से इन्वेस्ट करना हमारी हेल्थ के लिए जरूरी है। जिस तरह हमारी हेल्थ, नींद और दूसरी जरूरतें इम्पोर्टेन्ट है ठीक उसी तरह यह भी जरूरी है की हम अपने रिश्तों में सेफ महसूस करें।
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इमोशनली सेफ पार्टनर जानते हैं की वे परफेक्ट नहीं हैं और ना ही वे आपसे परफेक्शन की उम्मीद करते हैं। डॉक्टर निकोल लेपेरा ‘कोई ऐसा हो जिस पर आपको पूरा भरोसा हो, जो हर हाल में आपके साथ खड़ा हो, बिना किसी सवाल के। जो आपको ठीक वैसे ही अपनाये जैसे आप हैं। इस तरह का पार्टनर, दोस्त होना जीवन में बहुत आवश्यक है। ऐसे पार्टनर में इन्वेस्ट करना समझदारी है।’ इमोशनली सेफ पार्टनर जानते हैं की वे परफेक्ट नहीं हैं और ना ही वे आपसे परफेक्शन की उम्मीद करते हैं।’

‘दी होलिस्टिक साइकोलॉजिस्ट’ के अनुसार इमोशनली सेफ पार्टनर के गुण कुछ इस तरह हैं
:

• इस तरह के पार्टनर जानते हैं की कब उनका मूड ठीक नहीं है और उन्हें अपनी ‘स्पेस’ चाहिए। ठीक इसी तरह वे दूसरों को भी उनकी ‘स्पेस’ देने में विश्वास रखते हैं।
• जब आप अपसेट होते हैं वे आपकी बात सुनते हैं और समझने की कोशिश करते हैं।
• वे आपके इमोशनल एक्सपीरियंस के बारे में उत्सुक रहते हैं।
• वे अक्सर आपके बारे में जानने को एक्ससिटेड रहते हैं कुछ इस तरह के सवाल आपसे पूछते हैं –
‘आपका दिन कैसा रहा?’ ‘आप को इस एक्सपीरियंस से कैसा लगा?’
• वे आप जैसे हो वैसे ही आपको अपनाते हैं।
• आपको वो सब करने के लिए एंकोरेज करते है जिससे आपको खुशी मिले।
• कोई गलती होती है, या वे आपको हर्ट करते हैं तो वे अपनी गलती की माफ़ी मांगने से नहीं कतराते।
• आप बिना किसी शर्म, झिझक या सोच के उनसे बात कर सकते हैं।
• इमोशनली सेफ पार्टनर हमेशा आपसे सहमत नहीं होंगे ।
• वे कई बार मूडी और उखड़े से रहेंगे।
• कभी कबार ऐसी बातें कहेंगे जिनका उन्हें बाद में पछतावा हो।
• कुछ दिन वे आपके लिए इमोशनली अवेलेबल नहीं होंगे।
• इमोशनली सेफ पार्टनर आपको सुरक्षित महसूस करते हैं।
• उनके पास होने से आपको डर नहीं लगता।
• इमोशनली सेफ पार्टनर परफेक्ट नहीं होते लेकिन वे खुद को बेहतर करने की कोशिश करते हैं।
• जब आप एक इमोशनली सेफ पार्टनर को उनके व्यवहार के बारे में फीडबैक देते हैं तो वे बिना बुरा माने उसे ध्यान से सुनते है।

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