Eat healthy fats : अपनी डाइट में नट्स, सीड्स , एवोकाडो जैसे हेल्दी फैट्स शामिल करें।
Reduce salt intake : खाने को टेस्टी बनाने के लिए मसाले और सीज़निंग (seasoning ) का इस्तेमाल करें और साथ ही नमक की मात्रा घटाएं। वो प्रोसेस्ड फूड जिनमें सोडियम की मात्रा ज्यादा हो (high-sodium processed foods ) उन्हें खाने से बचें।
Fibre rich food : आपका खाना फाइबर से भरपूर हो इसके लिए उसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज और बीन्स को शामिल करें।
Fat-free dairy products : दूध, दही और पनीर जैसे लो फैट या हो सके तो फैट फ्री डेरी प्रोडक्ट्स का सेवन ज़्यादा करें।
Divide your plate : न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर का कहना है कि हमें अपने खाने की थाली को कुछ हिस्सों में बांट लेना चाहिए। उनके अनुसार अगर हमारे खाने की थाली 3:2:1 रेश्यो में बांटी जाए तो कई शारीरिक व मानसिक परेशानियों से छुटकारा मिलेगा। उनके अनुसार आपकी थाली का 50% चावल या रोटी या बाजरा (millets) होना चाहिए। उसके बाद 35% दाल और सब्जी होनी चाहिए और आखिर में बचे हुए 15% में पापड़/अचार/सलाद/दही आदि होना चाहिए। इसके साथ ही खाना चबा चबा कर धीरे-धीरे खाने से डाइजेशन तो ठीक होगा ही खाने का स्वाद भी ले पाएंगे ।
Different cereals : अलग अलग तरह के अनाज आपके शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। वे आपको विटामिन, मिनरल, फाइबर और अन्य आवश्यक तत्व देते हैं जो हेअल्थी हार्ट के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं।
Nutrient-dense foods : फ्रूट्स, वेजिटेबल्स, साबुत अनाज (whole grains), प्रोटीन सोर्स (lean protein source) हेल्दी फैट्स (healthy fats ) सहित अलग अलग तरह के के पोषक तत्वों से भरपूर खाना खाएं।
Limit saturated and trans fats : फुल फैट डेरी प्रोडक्ट्स और फ्राइड फूड्स को खाना बंद नहीं कर सकते हैं लिमिट में खाएं। जब तक हो सके इनसे दूर रहें। इन फूड्स में सैचुरेटेड और ट्रांस फैट होते हैं जो हार्ट अटैक की रिस्क को बढ़ा देते हैं।
Add colour to the plate : तरह-तरह के रंग-बिरंगे फल और सब्जियां खाएं, जो विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर हों।
Avoid processed and packaged foods : जहां तक हो सके प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड से दूर रहें। इस तरह के फूड में अन्हेल्थी फैट ( unhealthy fats ), ज्यादा शुगर (added sugars ) और सोडियम की मात्रा भी ज़्यादा होती है ( high in sodium )।