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Kidney Stone: पथरी से परेशान हैं? दवाओं से पहले आजमाएं ये फल के बीज, दर्द से मिल सकती है राहत

Kidney Stone: पथरी का दर्द बेहद तकलीफदेह होता है, इसलिए लोग अक्सर घरेलू उपायों की तलाश में रहते हैं। हाल के समय में पपीते के बीजों को लेकर यह चर्चा तेज है कि क्या इनके सेवन से किडनी स्टोन निकल सकती है। आइए, इस दावे को आसान और साफ भाषा में समझते हैं।

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भारत

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MEGHA ROY

Dec 28, 2025

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Kidney stone treatment at home|फोटो सोर्स – Gemini

Kidney Stone:किडनी में पथरी की समस्या आजकल आम होती जा रही है और इसके साथ आने वाला दर्द किसी को भी परेशान कर सकता है। कई लोग तुरंत दवाओं या इलाज की ओर बढ़ते हैं, लेकिन आयुर्वेद और घरेलू उपायों में कुछ प्राकृतिक चीजों को सपोर्ट के तौर पर इस्तेमाल किया जाता रहा है। इन्हीं में से एक है पपीता के बीज (Papaya seeds for kidney stone), जिन्हें अक्सर बेकार समझकर फेंक दिया जाता है। माना जाता है कि सही तरीके और सीमित मात्रा में सेवन करने पर ये बीज किडनी हेल्थ को सपोर्ट कर सकते हैं और पथरी से जुड़ी परेशानी में राहत देने में मददगार हो सकते हैं।

क्या पपीते के बीज पथरी निकाल सकते हैं?

अब तक ऐसा कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण सामने नहीं आया है जो यह साबित करे कि पपीते के बीज सीधे तौर पर किडनी स्टोन को बाहर निकाल देते हैं। यानी इन्हें “इलाज” कहना सही नहीं होगा। हालांकि, इन्हें किडनी की सेहत के लिए सहायक जरूर माना जाता है।

पपीते के बीज किडनी के लिए कैसे फायदेमंद हो सकते हैं?

  • डिटॉक्स में मदद: इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर से हानिकारक तत्वों को बाहर निकालने में सहायक हो सकते हैं।
  • सूजन कम करने वाले गुण: इनके एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व शरीर में सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।
  • यूरिक एसिड बैलेंस: नियमित और सीमित मात्रा में सेवन से यूरिक एसिड का स्तर संतुलित रहने में मदद मिल सकती है, जिससे भविष्य में पथरी बनने का खतरा कम हो सकता है।
  • ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस में कमी: इससे किडनी पर पड़ने वाला अतिरिक्त दबाव कम हो सकता है।

कैसे खाएं (How to eat)

पपीता के ताजें बीजों को सबसे पहले अच्छी तरह धो लें। इन्हें सीधे चबाकर भी खाया जा सकता है या फिर पीसकर पाउडर बना लें और गुनगुने पानी या शहद के साथ सेवन करें। कुछ लोग बीजों को छाया में सुखाकर हल्का सा कूटकर भी लेते हैं, यह तरीका भी अपनाया जा सकता है।

कितनी मात्रा (How much)

शुरुआत: 5–6 बीज, दिन में एक बार
अधिकतम: 10–12 बीज से ज्यादा नहीं
अवधि: 7–10 दिन तक, फिर ब्रेक लें

इसके साथ कुछ बातों का ध्यान रखना भी है जरूरी

दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं ताकि किडनी ठीक से काम कर सके और पथरी से जुड़ी परेशानी न बढ़े। ज्यादा नमक, प्रोसेस्ड फूड और सोडा जैसे ड्रिंक्स से दूरी बनाए रखें, क्योंकि ये पथरी की समस्या को बढ़ा सकते हैं। अगर सेवन के दौरान जलन, उलटी, चक्कर या दर्द बढ़ने लगे तो इसे तुरंत बंद कर दें। पपीता के बीज सुबह खाली पेट या नाश्ते से करीब 30 मिनट पहले लेना बेहतर माना जाता है, ताकि शरीर उन्हें ठीक से एब्जॉर्ब कर सके।