
Kulthi daal water for kidney stones फोटो सोर्स – Freepik,फोटो डिजाइन- पत्रिका.com
Kidney Stones: खराब लाइफस्टाइल और गलत खानपान के कारण लोग कई बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं, जिनमें से एक है किडनी स्टोन की समस्या। आमतौर पर ये स्टोन मूत्र मार्ग से खुद-ब-खुद बाहर निकल जाते हैं, लेकिन जब दर्द होता है तो वह बेहद असहनीय होता है। शरीर में कैल्शियम और कोलेस्ट्रॉल की अधिकता से पथरी बनने की संभावना बढ़ जाती है।हालांकि कुछ घरेलू उपाय अपनाकर इससे राहत पाई जा सकती है। ऐसा ही एक असरदार उपाय है रसोई में आसानी से मिलने वाली कुलथी दाल (Horse Gram)। कुलथी के पानी का सेवन करने से पथरी धीरे-धीरे घुलने लगती है और मूत्र के रास्ते बाहर निकल जाती है।आइए जानें, पथरी में कुलथी का पानी कैसे फायदेमंद होता है।
कुल्थी दाल में मौजूद पोटैशियम, मैग्नीशियम और मूत्रवर्धक गुण किडनी स्टोन को धीरे-धीरे छोटा कर के बाहर निकालने में मदद करते हैं। यह पथरी के दर्द से राहत दिलाने के साथ-साथ पेशाब के जरिए स्टोन को बाहर करता है। नियमित सेवन से किडनी साफ और स्वस्थ रह सकती है।
कुलथी दाल में फाइबर और प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है, जो वजन कंट्रोल करने में मदद कर सकती है। यह दाल आपको लंबे समय तक भरा रखती है, जिससे आप अधिक खाने से बच सकते हैं।
कुल्थी दाल में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं। इससे हृदय स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है।
कुल्थी दाल में एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सर्दी-जुकाम की परेशानी से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं।
कुल्थी दाल में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट्स गुण होते हैं जो पेट में अल्सर की समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं।
कुल्थी दाल का पानी पीने से पाचन तंत्र सुधारा जा सकता है और कब्ज जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है।
कुल्थी दाल का पानी पीने से शरीर को डिटॉक्सिफाई करने में मदद मिल सकती है और विषाक्त पदार्थों को निकाला जा सकता है।
कुल्थी दाल को भिगो दें: एक मुट्ठी कुल्थी दाल को रात भर के लिए पानी में भिगो दें।
पानी को छान लें: सुबह कुल्थी दाल को छान लें और पानी को पी लें।
नियमित पीना: कुल्थी दाल का पानी नियमित पीने से किडनी स्टोन की समस्या से राहत मिल सकती है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Published on:
31 May 2025 04:19 pm
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