
Easy Yoga for Diabetes|फोटो सोर्स- Gemini@Ai
New Year 2026 Yoga Tips For Diabetes: साल 2026 में फिटनेस को प्राथमिकता देने का सबसे सही समय 1 जनवरी है। डायबिटीज के मरीजों के लिए जिम की भागदौड़ या भारी वर्कआउट की बजाय कुछ असरदार योगासन अपनाना ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है। ये आसान योगासन न सिर्फ शारीरिक फिटनेस बढ़ाते हैं, बल्कि ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने में भी मदद करते हैं। आइए जानते हैं कौन से योगासन आपके नए साल के फिटनेस रूटीन में शामिल होने चाहिए।
योग करने से शरीर की आंतरिक क्रियाएं बेहतर होती हैं। कुछ योगासन अग्न्याशय (Pancreas) को सक्रिय करने में मदद करते हैं, जिससे इंसुलिन के काम करने की क्षमता सुधर सकती है। इसके अलावा, नियमित योग से मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है और तनाव कम होता है, जो डायबिटीज बढ़ने का एक बड़ा कारण माना जाता है।
यह आसन शरीर में ऊर्जा का संचार बढ़ाता है और पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है।
कैसे करें: पैरों को फैलाकर खड़े हों। दाहिने पैर को बाहर की ओर मोड़ें, फिर कमर से झुकते हुए दाहिना हाथ नीचे और बायां हाथ ऊपर की ओर रखें।
फायदे: ब्लड शुगर को संतुलित रखने में मदद करता है, तनाव घटाता है और पेट से जुड़ी समस्याओं में राहत देता है।
यह आसन पेट और रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है।
कैसे करें: पेट के बल लेट जाएं, हथेलियों को कंधों के नीचे रखें और सांस लेते हुए धीरे-धीरे छाती ऊपर उठाएं।
फायदे: मेटाबॉलिज्म को सक्रिय करता है, पाचन सुधारता है और शरीर में रक्त प्रवाह बेहतर बनाता है।
यह पूरे शरीर को स्ट्रेच करने वाला आसन है।
कैसे करें: हाथ और पैरों के सहारे शरीर को ऊपर उठाकर उल्टे ‘V’ का आकार बनाएं।
फायदे: तनाव कम करता है, ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने में मदद करता है और पाचन तंत्र को मजबूत करता है।
यह आसन संतुलन और एकाग्रता बढ़ाने के लिए जाना जाता है।
कैसे करें: एक पैर पर खड़े होकर दूसरे पैर को जांघ पर रखें और हाथ जोड़कर ऊपर उठाएं।
फायदे: मानसिक फोकस बढ़ाता है, तनाव घटाता है और मांसपेशियों को मजबूत करता है।
योग अभ्यास के अंत में किया जाने वाला यह आसन बेहद जरूरी है।
कैसे करें: पीठ के बल लेटकर आंखें बंद करें और शरीर को पूरी तरह आराम दें।
फायदे: मन को शांत करता है, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है और नींद की गुणवत्ता में सुधार लाता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Updated on:
22 Dec 2025 12:37 pm
Published on:
22 Dec 2025 12:36 pm
बड़ी खबरें
View Allलाइफस्टाइल
ट्रेंडिंग
स्वास्थ्य
