यही कारण है की लोग इन स्ट्रीट डॉग्स को परेशानी का सबब मानने लगते हैं। इनका भोंकना शोर लगने लगता है। लेकिन इंसानियत से देखें तो ये स्ट्रीट डॉग्स भी पेट डॉग्स की तरह प्यार और देखभाल चाहते हैं। आप चाहें तो इनकी मदद कर सकते हैं। जानिए कैसे :
ग्रुप बनाएं : अपने पडोसी, आस-पास के दोस्तों को इकट्ठा करें और उन्हें डॉग हेल्प के बारे में समझाएं और मदद करने के लिए मनाएं। आप चाहें तो स्ट्रीट डॉग्स के प्रति अपनी ड्यूटीज बांट लें। एक जगह निश्चित करें जहाँ इन डॉग्स को खाना और पानी दे सकें। कोई डॉग बीमार हो या वैक्सीन लगवानी हो तो किसी वेटेरनरी डॉक्टर की सलाह लें। किसी एन जी ओ (NGO) से जुड़ें और यह सुनिश्चित करें कि स्ट्रीट डॉग्स की नसबंदी की जाए और उन्हें उनका एंटी-रेबीज शॉट मिले।
अडॉप्ट करें : अगर आपके घर पर जगह है और आप अपना समय दे सकते हैं तो किसी एक स्ट्रीट डॉग को अडॉप्ट कर लें। घर नहीं लेकर जा सकते तो ऐसे ही अडॉप्ट कर लें। मतलब उसके खाने पीने की जिम्मेदारी पूरी आप उठा लें। दूसरों को भी ऐसा करने की सलाह दें।
क्रूरता रोकें : आये दिन सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो सामने आते हैं जहाँ बेजुबान जानवर को परेशान किया जाता है। अगर आप कभी किसी को इस तरह स्ट्रीट डॉग्स या किसी स्ट्रीट एनिमल को परेशान करते देखें तो तुरंत उनके खिलाफ कम्प्लेन करें, पुलिस में रिपोर्ट करें।
एनिमल हेल्प ग्रुप्स : आप एनिमल हेल्प ग्रुप ज्वाइन करें। यहाँ वालंटियर बन कर काम कर सकते हैं। अक्सर ये लोग रेस्क्यू ऑपरेशन पर जाते हैं, आप भी इनमें शामिल हो सकते हैं।