Urfi Javed: उर्फी जावेद ने हाल ही में अपने लिप फिलर्स को हटवा लिया है। इस वीडियो के जरिए उन्होंने लिप फिलर्स से जुड़ी परेशानियों को साझा किया है, जिससे लोग यह सोचने पर मजबूर हो गए हैं कि क्या ये वाकई सेफ हैं या फिर किसी खतरे की शुरुआत?
Urif Javed Dissolved Lip Fillers: अपने बेबाक अंदाज और बोल्ड स्टाइल से हमेशा सुर्खियों में रहने वाली उर्फी जावेद (Urfi Javed) एक बार फिर चर्चा में हैं, लेकिन इस बार वजह उनकी कोई फैशन चॉइस नहीं, बल्कि उनका ब्यूटी ट्रांसफॉर्मेशन है। हाल ही में उर्फी ने एक वीडियो शेयर किया जिसमें वह अपने लिप फिलर्स (Lip Fillers) को डिजॉल्व करवाते हुए नजर आ रही हैं। यह मामला एक बड़ा सवाल खड़ा करता है, क्या लिप फिलर्स करवाना वाकई सुरक्षित है? क्या इसके साइड इफेक्ट्स होते हैं? और इसकी कीमत क्या होती है? आइए जानते हैं लिप फिलर्स से जुड़ी जरूरी जानकारी और इससे जुड़ी सावधानियां।
लिप फिलर्स एक तरह के डर्मल फिलर्स होते हैं जिन्हें होंठों में वॉल्यूम बढ़ाने और शेप सुधारने के लिए इंजेक्ट किया जाता है। ये ज्यादातर हयालूरोनिक एसिड (Hyaluronic Acid) से बने होते हैं, जो शरीर में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है और त्वचा की नमी व लोच बनाए रखने में मदद करता है। जब ये जेल जैसे पदार्थ होंठों में इंजेक्ट किए जाते हैं, तो ये तुरंत होंठों को फुलर और सॉफ्ट लुक देते हैं। फिलर्स अलग-अलग मोटाई और असर की अवधि के साथ आते हैं, जिन्हें व्यक्ति की जरूरत और सौंदर्य लक्ष्यों के हिसाब से चुना जाता है। आमतौर पर इनका असर 6 महीने से 1 साल तक रहता है।
उर्फी ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में साफ कहा कि वह फिलर्स के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन उनके केस में ये फिलर्स मिसप्लेस्ड हो गए थे यानी सही जगह पर टिके नहीं रहे और होंठों का शेप बिगड़ने लगा। इसी वजह से उन्होंने इन्हें डिजॉल्व करवाने का फैसला किया। उन्होंने यह भी बताया कि यह प्रक्रिया काफी दर्दभरी थी, लेकिन जरूरी थी। उनके इस कदम की सोशल मीडिया पर भी काफी चर्चा हो रही है, क्योंकि यह एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या लिप फिलर्स सच में इतने सेफ हैं जितना दिखाया जाता है।
लिप फिलर्स को मेडिकल रूप से सेफ माना जाता है, लेकिन यह प्रक्रिया एक अनुभवी और लाइसेंस प्राप्त प्रोफेशनल द्वारा की जाए। हालांकि, किसी भी कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट की तरह इसके भी कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
फिलर्स के बाद कुछ समय के लिए होंठों में सूजन या लालिमा आ सकती है।
इंजेक्शन के बाद दर्द या सेंसिटिव स्किन की समस्या हो सकती है।
कई बार फिलर्स सही तरीके से सेट नहीं होते और होंठों की शेप असामान्य लगने लगती है।
गलत तरीके से की गई प्रक्रिया से फंगल, वायरल या बैक्टीरियल इंफेक्शन हो सकता है।
बहुत ही कम मामलों में फिलर ब्लड वेसल्स को ब्लॉक कर देता है, जिससे टिशू डैमेज या लंप्स बनने लगते हैं।
कुछ लोगों में एलर्जिक रिएक्शन की वजह से होंठों पर छाले या रंगत बदलने की दिक्कत देखी जाती है।
भारत में लिप फिलर्स की कीमत शहर, क्लीनिक और डॉक्टर की विशेषज्ञता के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। औसतन एक सेशन की कीमत ₹15,000 से ₹40,000 के बीच हो सकती है। वहीं, डिजॉल्व कराने की प्रक्रिया भी ₹10,000 से ₹25,000 तक जा सकती है।