Yoga for Body Posture: आज के समय में हममें से अधिकतर लोग दिनभर कंप्यूटर, मोबाइल या लैपटॉप पर झुककर काम करते हैं, जिससे शरीर का पोश्चर धीरे-धीरे खराब हो जाता है। इसका सीधा असर हमारी रीढ़ की हड्डी, गर्दन और कंधों पर पड़ता है। साथ ही थकान और शरीर में अकड़न जैसी परेशानियां भी बढ़ने लगती हैं। ऐसे में योग एक प्राकृतिक और कारगर उपाय है, जो न सिर्फ शरीर को मजबूती देता है, बल्कि आपको आत्मविश्वासी और एक्टिव भी बनाता है।
अगर आप चाहते हैं कि आपका बॉडी पोश्चर बेहतर दिखे और आपको कोई शारीरिक तनाव न हो, तो नीचे बताए गए 7 योगासनों को अपनी दिनचर्या में जरूर शामिल करें।
यह योगासन शरीर को लंबा और सीधा बनाता है। रोजाना सुबह केवल 2-3 मिनट इसका अभ्यास करने से रीढ़ की हड्डी सीधी रहती है और शरीर में संतुलन आता है। यह आत्मविश्वास बढ़ाने में भी मदद करता है और शरीर की लंबाई बढ़ाने में सहायक माना जाता है।
यह आसन पेट के बल लेटकर किया जाता है, जिसमें ऊपरी शरीर को उठाया जाता है। यह पीठ की मांसपेशियों को मज़बूत करता है, रीढ़ को लचीलापन देता है और कमर दर्द से राहत दिलाने में बेहद असरदार है। साथ ही इससे बॉडी पोश्चर बेहतर होता है।
इस योगासन को करने से रीढ़ की हड्डी अधिक लचीली बनती है और पीठ की मांसपेशियों का तनाव कम होता है। यह आसन थकान को भी दूर करता है और शरीर को सही मुद्रा में लाने में मदद करता है। विशेषकर जो लोग घंटों कुर्सी पर बैठते हैं, उनके लिए यह बेहद फायदेमंद है।
यह एक संपूर्ण बॉडी स्ट्रेचिंग योगासन है जो पीठ और टांगों की मांसपेशियों को मजबूत करता है। कंधों को स्थिर करता है और पूरे शरीर में ऊर्जा का संचार करता है। इससे शरीर हल्का महसूस होता है और पोश्चर भी सुधरता है।
इस पोज में शरीर को स्थिर रखने के साथ-साथ संतुलन भी बनाया जाता है, जिससे कमर, पैर और कंधों की ताकत बढ़ती है। यह योगासन शरीर को टोन करने के साथ आत्मविश्वास भी बढ़ाता है और पोश्चर को सधा हुआ बनाता है।
यह बैठकर किया जाने वाला योगासन रीढ़ की हड्डी को पूरी तरह से स्ट्रेच करता है। इससे पीठ की जकड़न दूर होती है, मानसिक तनाव कम होता है और शरीर लचीला बनता है। यह आसन मन को भी शांति देता है।
हर योग सेशन के अंत में यह आसन जरूर किया जाना चाहिए। यह शरीर और मस्तिष्क को पूरी तरह से रिलैक्स करता है। इससे मांसपेशियां ढीली होती हैं, थकान मिटती है और शरीर का पोश्चर प्राकृतिक रूप से संतुलित होता है।
योग का असर तब और गहरा होता है जब उसे संतुलित और पोषक आहार के साथ किया जाए। सही खानपान मांसपेशियों को ताकत देता है, हड्डियों को मजबूत करता है और पूरे शरीर को एनर्जेटिक बनाए रखता है।
प्रोटीन: अंडा, दालें, पनीर, टोफू और सोया आपके मसल्स को रिपेयर और टोन करने में मदद करते हैं।
कैल्शियम: दूध, दही, हरी पत्तेदार सब्ज़ियां और बाजरा हड्डियों को मजबूत रखते हैं।
ओमेगा-3 फैटी एसिड: अखरोट, चिया सीड्स और अलसी शरीर की सूजन को कम करते हैं और जोड़ों में लचीलापन बनाए रखते हैं।
हाइड्रेशन: दिनभर कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं, ताकि शरीर डिटॉक्स हो सके।
विटामिन D: सुबह की हल्की धूप लें या डॉक्टर से सलाह लेकर सप्लीमेंट लें ताकि हड्डियों में मजबूती बनी रहे।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Published on:
05 Jul 2025 03:14 pm