
MNREGA work - मनरेगा कार्य का निरीक्षण 6 श्रमिक मिले अनुपस्थित
पत्रिका न्यूज नेटवर्क.
लखनऊ. यूपी में 22.50 लाख मनरेगा (MNREGA) मजदूरों को 100 दिनों का काम मिलेगी। जिससे इनकी आय बढ़ेगी व 100 दिन का काम पूरा होने पर उन्हें सरकारी योजनाओं से लाभान्वित भी किया जाएगा। ये वह मजदूर हैं, जिन्होंने कोरोना (CORONA) काल के नौ माह में न्यूनतम 50 दिन या उससे अधिक दिन काम किया है। अब इस वर्ष इन सभी को तीन माह मतलब 90 दिनों में 100 दिनों का काम दिया जाएगा। यूपी सरकार मनरेगा के तहत देश में सबसे अधिक रोजगार प्रदान करने वाले राज्य का रिकॉर्ड बनाना चाहती है।
प्रतिदिन चार हजार मजदूर जुड़ेंगे-
बीते नौ माह में यूपी के 1.85 लाख मजदूर 100 दिनों का काम पूरा कर चुके हैं। एक वर्ष में 100 दिन का काम देने का प्रदेश में यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इस पर जानकारी देते हुए मनरेगा के अपर आयुक्त योगेश कुमार ने बताया कि बीते वर्ष (2019-20) में 1.34 लाख मनरेगा मजदूर 100 दिनों का काम पूरा कर चुके थे। जबकि इससे पहले के चार वर्षों में केवल 43 से 65 हजार मजदूर ही 100 दिनों का काम पूरा कर पाते थे। मनरेगा के तहत इधर प्रति दिन साढ़े तीन से चार हजार मजदूर हर रोज 100 दिनों का काम पूरा कर रहे हैं। अपर आयुक्त योगेश कुमार बताते हैं कि लक्ष्य बहुत बढ़ा है, लेकिन हम पूरे संकल्प के साथ इसे पूरा करने में जुटे हैं। मनरेगा के तहत देश में सबसे अधिक रोजगार प्रदान कर राष्ट्रीय रिकार्ड बनाने की दिशा में अधिकारी जुट गए हैं।
योजनाओं का मिलेगा लाभ-
अपर आयुक्त का कहना है कि 100 दिन का काम देने से एक ओर मजदूरी मिल रही हैं। वही दूसरी ओर इसके जरिए उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा। 22.50 लाख लोगों से 100 दिन काम कराए जाएंगे। प्रति दिन 3.5 हजार लोग 100 दिनों से जुड़ रहे हैं। 90 दिन से ऊपर वाले मजदूर लेबर विभाग में पंजीकृत हो जाएंगे। उन्हें मृत्यु पर या दुर्घटना पर मनरेगा से लाभान्वित किया जाएगा। मनरेगा मजदूरों की डिटेल्स मनरेगा पोर्टल से कर्मकार कल्याण बोर्ड के पोर्टल पर ऑनलाइन भेजी जाएंगी।
Published on:
01 Jan 2021 04:12 pm
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