
उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव
नगर निगम चुनाव के लिए महापौर और पार्षद तैयार हो चुके हैं। जहां वर्तमान महापौर और पार्षद अपनी उपलब्धियों को गिनाने में लगे हुए हैं, तो दूसरी तरफ चुनाव में ताल ठोककर दो-दो हाथ के लिए मैदान में उतरे प्रत्याशी, मौजूदा महापौर और पार्षदों की खामियां बता रहे हैं। बहरहाल जो भी हो मगर यूपी में लखनऊ समेत चार अन्य ऐसे नगर निगम है जो सबसे महंगे हैं। इन तीनों नगर निगम की कमान महिलाओं के हाथों में है।
बता दें कि यूपी के चार नगर निगम लखनऊ, कानपुर, गाजियाबाद, प्रयागराज बजट के आधार पर सबसे महंगे है। मगर अब आने वाले समय में यह तय होगा कि इन सीटों पर इनकी सत्ता बरकरार रहेगी या नहीं? बहरहाल ये चारों सीट इस बार भी अनारक्षित है। यानी यह चारों अपनी दावेदारी फिर से कर सकती हैं।
लखनऊ नगर निगम
लखनऊ नगर निगम ने वित्त वर्ष 2022-23 में बजट 2162.50 करोड़ का बजट पारित किया था। नगर निगम की मेयर यानी महापौर संयुक्ता भाटिया। भाटिया ने इस बार बजट के दौरान पार्षदों को हाउस टैक्स, सीवेज टैक्स, वाटर टैक्स नहीं लेने जैसे तोहफे दिए। मोबाइल फूड बैंक यानी चलती-फिरती दुकानों से कमाई बढ़ाई। अनुसुइया रसोई में गरीबों को 10 रुपये में भरपेट भोजन मुहैया कराने के लिए 1 करोड़ का बजट रखा। लक्ष्मण प्रेरणा स्थल में भगवान लक्ष्मण की 151 फीट ऊंची मूर्ति की स्थापना के साथ 7 करोड़ से महिला बाजार बनाने का ऐलान किया।
2. कानपुर नगर निगम बजट - 1375 करोड़ रुपये
कानपुर नगर निगम महापौर प्रमिला पांडे हैं, जो तेज तर्रार नेताओं में मानी जाती हैं। शहर में पार्कों के सौंदर्यीकरण, पाइपलाइन से स्वच्छ जल आपूर्ति के लिए नमामि गंगे परियोजना और गंगा के घाटों की स्वच्छता के लिए उल्लेखनीय कार्य हुए हैं।
3. प्रयागराज नगर निगम बजट - 800 करोड़
प्रयागराज नगर निगम महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी हैं, जो उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी की पत्नी भी हैं। प्रयागराज के वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट में साफ सफाई के लिए डेढ़ अरब, जल संभरण (वाटर कंजर्वेशन) और निस्तारण के लिए 2 अरब रखे गए। जन्म मृत्यु प्रमाणपत्र को ऑनलाइन सर्टिफिकेट के लिए नर्सिंग होम अस्पताल से जोड़े जाने की पहल भी की।
4 . गाजियाबाद नगर निगम बजट - 1367 करोड़
गाजियाबाद नगर निगम महापौर आशा शर्मा हैं। बाहुबली की पत्नी को 1 लाख वोटों से हराकर चुनाव जीतीं आशा शर्मा लंबे समय तक पार्षद रहीं। उनके तेवरों का नजारा छठ पूजा के दौरान देखने को मिला था, जब उन्होंने तालाब में पानी न होने को लेकर नगर निगम अफसर के अंदर ही पाइप लगाकर पंप चलाने की बात कह डाली थी। गाजियाबाद में बंजर भूमि पर पार्क और चारागाह के साथ स्पेशल थीम पार्क का काम उन्होंने कराया. देखना होगा कि उन्हें दोबारा टिकट मिलता है या नहीं।
नगर निगम : बजट
गाजियाबाद नगर निगम : 1367 करोड़ रुपये
आगरा नगर निगम : 1050 करोड़ रुपये
प्रयागराज नगर निगम : 800 करोड़ रुपये
वाराणसी नगर निगम : 750 करोड़ रुपये
मेरठ नगर निगम : 700 करोड़ रुपये
गोरखपुर नगर निगम : 452 करोड़ रुपये
मुरादाबाद नगर निगम : 417 करोड़ रुपये
झांसी नगर निगम : 322 करोड़ रुपये
Published on:
20 Dec 2022 07:34 am
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