
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से करोड़ों किसानों को लाभ
Up Agriculture Growth: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के कृषि क्षेत्र में हुए व्यापक बदलावों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 2017 के बाद राज्य में किसानों की स्थिति में अभूतपूर्व सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश प्राचीन काल से कृषि प्रधान राज्य रहा है, जहां उपजाऊ भूमि और जल संसाधन भरपूर मात्रा में उपलब्ध हैं। लेकिन 2017 से पहले किसानों की हालत खराब थी, और वे आत्महत्या तक करने को मजबूर थे। डबल इंजन की सरकार ने इस स्थिति को बदल दिया।
मुख्यमंत्री ने बताया कि 2017 में पहली कैबिनेट बैठक में ही 36,000 करोड़ रुपये की लागत से लघु और सीमांत किसानों की कर्ज माफी की गई। इस फैसले से किसानों को बड़ी राहत मिली और कृषि क्षेत्र में सुधार का मार्ग प्रशस्त हुआ। उन्होंने आंकड़ों के साथ बताया कि 2016-17 में उत्तर प्रदेश में 557 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न उत्पादन होता था, जो 2023-24 में बढ़कर 668 लाख मीट्रिक टन हो गया। यह 20% की वृद्धि को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि क्षेत्र में यह विकास किसानों की मेहनत और सरकार की दूरदर्शी नीतियों का परिणाम है।
सीएम योगी ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत 2.61 करोड़ से अधिक किसानों को 80,000 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि डीबीटी के जरिए दी गई। इससे किसानों को सीधा आर्थिक लाभ मिला और उनकी आय में उल्लेखनीय वृद्धि हुई।
उन्होंने कहा कि 40 वर्षों से लंबित अर्जुन सहायक, बाणसागर और सरयू नहर जैसी परियोजनाओं को पूरा कर 23,000 हेक्टेयर अतिरिक्त भूमि को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई गई। इन योजनाओं से किसानों को पानी की समस्या से निजात मिली और उत्पादन में वृद्धि हुई।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र, नया ऋषि विश्वविद्यालय और टेक्नोलॉजी के उपयोग से धान, गेहूं, दलहन और श्री अन्न (मिलेट्स) में उत्तर प्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में पहुंच गया है। सरकार ने किसानों को उन्नत तकनीक से जोड़ा, जिससे उनकी उपज की गुणवत्ता और उत्पादन क्षमता में वृद्धि हुई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2008-09 से 2017 तक गन्ना किसानों का हजारों करोड़ रुपये बकाया था, जिसे हमारी सरकार ने प्राथमिकता से चुकता किया। इसके अलावा, हमने किसी भी चीनी मिल को बंद नहीं होने दिया।
उन्होंने बताया कि 2017 से अब तक 2.80 लाख करोड़ रुपये का गन्ना मूल्य भुगतान किया गया, जो पिछली सरकारों के 22 वर्षों के भुगतान से 60,000 करोड़ रुपये अधिक है।
सीएम योगी ने कहा कि सरकार ने एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा दिया है। 2017 में जहां प्रदेश में 42 करोड़ लीटर एथेनॉल का उत्पादन होता था, वहीं अब यह 177 करोड़ लीटर तक पहुंच गया है। इससे न केवल किसानों को लाभ हो रहा है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिल रही है।
सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था और इंफ्रास्ट्रक्चर 2017 से पहले बदहाल थे। किसानों की आय कम थी और उन्हें तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ता था। लेकिन सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं के कारण आज उत्तर प्रदेश देश की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन बन चुका है। उन्होंने कहा कि आज प्रत्येक सेक्टर में प्रदेश देश के विकास में अहम भूमिका निभा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश में कृषि क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन हुए हैं। सरकार की नीतियों और योजनाओं के कारण न केवल किसानों की स्थिति में सुधार हुआ है, बल्कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिली है। गन्ना किसानों के लिए किए गए सुधार, सिंचाई सुविधाओं में वृद्धि, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं ने उत्तर प्रदेश को कृषि क्षेत्र में एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है।
Updated on:
24 Mar 2025 03:59 pm
Published on:
24 Mar 2025 03:57 pm
बड़ी खबरें
View Allलखनऊ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
