
चुनावी नतीजों के बाद अखिलेश यादव का बड़ा बयान, सपा कार्यकर्ताओं को सौंपी अहम जिम्मेदारी
लखनऊ. लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद उत्तर प्रदेश के सियासी हालात बदले-बदले से हैं। लखनऊ स्थित भाजपा कार्यालय में जश्न का माहौल है, लेकिन सपा-बसपा और कांग्रेस कार्यालय पर सन्नाटा पसरा है। चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस में इस्तीफों का दौर शुरू है। मायावती ने पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई और नतीजों पर चर्चा की। चुनाव परिणाम के बाद अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के सभी मीडिया पैनलिस्ट को हटाते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि महापरिवर्तन के लिए प्रयास लगातार जारी रखेंगे। दूसरी ओर सपा विधायक ने अखिलेश को फेल बताते हुए मुलायम सिंह यादव को फिर से पार्टी का अध्यक्ष बनाने की मांग की।
शनिवार को अखिलेश यादव ने कहा कि वर्ष 2022 में समाजवादी पार्टी सत्ता में लौटेगी, क्योंकि समाजवादियों की सरकार ने सूबे में सबसे ज्यादा विकास किया था। सपा प्रमुख ने कहा कि 2017 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को वोट देने वाले अब पछता रहे हैं। समाजवादियों को कठिन परिश्रम करते हुए विधानसभा चुनाव में वापसी की तैयारियों में जुट जाना है।
मुलायम को अध्यक्ष बनाने की मांग
समाजवादी पार्टी के नेताओं ने ही अखिलेश यादव की नेतृत्व पर सवाल उठाने शुरू कर दिये हैं। लोकसभा चुनाव में हार के बाद सिरसागंज से सपा विधायक हरिओम यादव ने अखिलेश पर निशाना साधते हुए मुलायम सिंह यादव को फिर से पार्टी का अध्यक्ष बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि अखिलेश के नेतृत्व में सपा लगातार हार रही है। अब उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ देना चाहिए। इतिहास गवाह है कि जब किसी बेटे ने अपने पिता का अपमान कर कोई चीज ली है, वह कभी फलीभूत नहीं हुई।
Published on:
25 May 2019 06:58 pm
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