11 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

यूपी की वोटर लिस्ट में सनी लियोन की तस्वीर देख अखिलेश यादव रह गए हैरान, दे दिया बड़ा बयान

यूपी की मतदाता सूची में पहले भी कई गड़बड़िया सामने आ चुकी जिससे चुनाव आयोग की लापरवाही उजागर हुई है और उसे कटघरे में भी खड़ा किया गया।

2 min read
Google source verification

लखनऊ

image

Abhishek Gupta

Aug 25, 2018

Sunny Akhilesh

Sunny Akhilesh

लखनऊ. यूपी की मतदाता सूची में पहले भी कई गड़बड़िया सामने आ चुकी जिससे चुनाव आयोग की लापरवाही उजागर हुई है और उसे कटघरे में भी खड़ा किया गया। लेकिन बावजूद इसके इसमें ज्यादा सुधार होता नहीं दिख रहा है। एक बार फिर एक बड़ी लापरवाही देखने को मिली है जिसमें पॉर्न स्टार व बॉलीवुड की चर्चित अभिनेत्री सनी लियोन की तस्वीर यूपी की मतदाता सूची में दिखी। सनी लियोन की तस्वीर मतदाता सूची में छपी नजर आई, हालांकि उसमें नाम किसी और महिला का अंकित दिखा।

सनी लियोन ही नहीं, यें भी बने मतदाता-

लापरवाही की इंतेहा तो तब हो गई जब मतदाता सूची में सिर्फ सनी लियोन ही नहीं बल्कि हाथी, कबूतर और हिरन जैसे जानवरों को भी मतदाता बना दिया गया। ऐसी कई गड़बड़ियों की शिकायतें हैं, जिसका अभी तक निवारण नहीं किया जा सका है। वैसे सनी लियोन की मतदाता सूची में तस्वीर का मामला यूपी के बलिया जिले का है, जहां महिला मतदाता दुर्गावती की फोटो के स्थान पर सनी लियोन की तस्वीर लगाई गई है। वहीं कई मतदाताओं की फोटो की जगह पक्षियों के चित्र इस्तेमाल किए गए हैं। वोटर लिस्ट में इस तरह की गड़बड़ी उजागर होने से हर कोई स्तब्ध है। वहीं अधिकारियों ने इस मामले में लीपापोती करना भी शुरू कर दी है।

अखिलेश यादव भी रह गए हैरान-

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी इस लापरवाही से हैरान है और सोशल मीडिया ट्विटर पर उन्होंने एक अंग्रेजी अखबार का इस विषय में छपे लेख को शेयर करते हुए इसे लोकतंत्र का मज़ाक बताया है। साथ ही अखिलेश ने चुनावों का डिजिटलीकरण और EVM लोकतंत्र के लिए घातक बताया है। उन्होंने कहा कि बलिया की मतदाता सूची में हीरोइन, हाथी व हिरण की फ़ोटो छापना लोकतंत्र का मज़ाक उड़ाने जैसा कृत्य है। सरकार ज़िम्मेदारी लेते हुए नये सिरे से त्रुटिहीन वोटर लिस्ट बनवाए, जिसमें सही नाम, पता, फोटो हो। चुनावों का डिजिटलीकरण और EVM लोकतंत्र के लिए घातक साबित होगा।