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‘पठान’ के खिलाफ प्रदर्शन से पहले ही नजरबंद हुए हिन्दू महासभा के शिशिर चतुर्वेदी

पठान फिल्म को लेकर चारों तरफ बवाल बढ़त जा रहा है। लखनऊ के कलाकारों में भी दिख रहा रोष।

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लखनऊ

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Ritesh Singh

Dec 18, 2022

नवाबों के शहर में भी विरोध

नवाबों के शहर में भी विरोध

अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी को कैसरबाग पुलिस ने लालबाग वाल्मीकि मार्ग स्थित उनके आवास पर नजरबंद कर दिया। घर से लेकर बाहर तक पुलिस का कड़ा पहरा लगा दिया गया। दरअसल राष्ट्रीय प्रवक्ता ने शाहरूख खान की फ़िल्म पठान को लेकर विरोध प्रदर्शन की बात कही थी और वह लगातार फ़िल्म को रिलीज़ नहीं करने की भी आवाज़ सरकार से लगा रहे और उसी को लेकर प्रदर्शन करने वाले थे ।

प्रदर्शन दोपहर को लखनऊ के परिवर्तन चौक चौराहे पर होना था महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी की माने तो शाहरुख खान की फ़िल्म के गाने में बेशर्म रंग का जिस तरह से फिल्मांकन किया गया है वह सनातन धर्म का अपमान है, उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता रिलीज़ से पहले उस गाने को नहीं हटाया गया तो फ़िल्म रिलीज़ नहीं होने देंगे।

शिशिर के प्रदर्शन की ख़बर जब पुलिस को लगी तो वह पूरे दलबल के साथ बड़ी संख्या में पुलिस बल वाल्मीकि मार्ग बीसीसी बिल्डिंग स्थित उनके आवास पर पहुंचा। यहां उन्हें नजरबंद कर दिया गया। घर से लेकर बाहर तक पुलिस बल तैनात कर दिया गया।

ट्रेंडिंग में बायकाट #पठान

बॉलीवुड के किंग खान शाहरुख खान अपनी मच अवेटेड फिल्म ‘पठान’ से चार साल बाद सिल्वर स्क्रीन पर कमबैक कर रहे हैं. लेकिन फिल्म रिलीज से पहले ही विवादों में फंस गई है. फिल्म के टीजर रिलीज होने के बाद से ही फिल्म को लेकर विवाद हो रहा है और हालिया रिलीज हुए गाने ने मामला और बढ़ा दिया है. यहां तक कि अब ट्विटर पर #पठान बॉयकॉट ट्रेंड कर रहा है.

बवाल की वजह बना यह बेशर्म रंग गाना

पठान फ़िल्म में दीपिका का बिकनी अवतार लोगों के गले नहीं उतर उसकी सबसे बड़ी वजह फ़िल्म में वह 'भगवा' रंग की बिकनी पहन कर शाहरुख खान के साथ लिपटी नज़र आती हैं। यही सीन विवाद की वजह भी बना और उस गाने के साथ पूरी फिल्म भी विरोध के चपेट में आ गयी । इस गाने का विरोध हिन्दू संगठनों के साथ कई मुस्लिम संगठन भी कर रहे हैं।

अभिव्यक्ति के नाम पर क्या यह सब ठीक है

लखनऊ के वरिष्ठ रंगकर्मी, फ़िल्म निर्देशक मुकेश वर्मा का कहना है कि अब यह आइडिया बैक फायर करने लगा है। जैसे, तनिष्क ज्वैलरी के विज्ञापनों और आदिपुरुष के टीजर को मिली तीखी प्रतिक्रियाओं ने उन्हें वापस लौटने और अपने सुर बदलने के लिए मजबूर कर दिया। इससे पता चलता है कि अभिव्यक्ति की आजादी या रचनात्मक स्वतंत्रता के नाम पर कुछ भी कहने या करने का जमाना लद चुका है। अब प्रशंसक अपने फिल्मी नायकों से रील और रियल लाइफ, दोनों में जिम्मेदार व्यवहार की अपेक्षा करते हैं। अगर फिल्मी नायक इन अपेक्षाओं को पूरा करने के प्रति गम्भीरता नहीं दिखाते तो जनता उनकी सही जगह दिखा देती है।

सोशल मीडिया वार

इस फिल्म को लेकर सोशल मीडिया भी दो धड़ों में बंटा नजर आ रहा है. कुछ लोग भगवा रंग की बिकिनी के संग बेशर्म शब्द पर एतराज जता रहे हैं और फिल्म पठान को बायकॉट करने की मांग कर रहे हैं. उधर दूसरी तरफ कुछ लोग एतराज जताने वाले ग्रुप की खिंचाई पर उतर आए हैं

बेशर्म रंग गाना चोरी वाला

कुछ लोग तो ऐसे हैं, जो दीपिका के डांस के साथ-साथ इस पूरे गाने पर निशाना साध रहे हैं। दरअसल, नेटिजन्स 'बेशर्म रंग' को पूरी तरह से कॉपी किया हुआ बता रहे हैं, जो इस गाने पर सवालिया निशान खड़ा कर रहा है। लोगों को लगता है कि इस गाने की बीट्स बिल्कुल जैन के मकीबा गाने के जैसे हैं, जिसकी वजह से सभी इसपर गाना चुराने का आरोप लगा रहे हैं। अपनी बात को सही साबित करने के लिए लोग 'बेशर्म रंग' और 'मकीबा' दोनों ही गानों के वीडियो साथ में साझा कर रहे हैं। इन सबके चलते 'पठान' बायकॉट गैंग के निशाने पर आ गई है फ़िलहाल ठंड के महीने में डांस फ्लोर को बेशर्म रंग ने गर्म कर दिया है।