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विवेक तिवारी हत्याकांड का सीन ऐसे किया गया ‘रीक्रियेट’, कल्पना व सना का हुआ आमना-सामना

राजधानी में हुए विवेक तिवारी गोलकांड की जांच कर रही स्पेशल इंवेस्टिगेटिव टीम ने मंगलवार को घटनास्थल पर क्राइम सीन रीक्रियेट किया।

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विवेक तिवारी गोलीकांड किया गया रीक्रियेट, कल्पना व सना का हुआ आमना-सामना

लखनऊ. राजधानी में हुए विवेक तिवारी गोलकांड की जांच कर रही स्पेशल इंवेस्टिगेटिव टीम ने मंगलवार को घटनास्थल पर क्राइम सीन रीक्रियेट किया। इस समय मौके पर फोरेंसिक टीम भी मौजूद रही। सीन रीक्रियेट करने के लिए काले रंग की एक्सयूवी लाई गई। इसके अलावा इस मौके पर विवेक तिवारी की पत्नी व परिवार के दूसरे सदस्यों को भी लाया गया। वहीं चश्मदीद सना को भी पुलिस घटनास्थल पर लेकर पहुंची।

इस मौके पर एसआईटी हेड आईजी सुजीत पांडेय, एसपी क्राइम दिनेश सिंह, फारेंसिक एक्सपर्ट मौजूद रहे। सीन को लगभग आधे घंटे तक रीक्रियेट करने की कोशिश की गई। इससे पहले वारदात स्थल को पूरी तरह से कवर कर लिया गया था। सीन रीक्रियेट करके चश्मदीद व पुलिस के दावों की हकीकत का पता करने की कोशिश की गई।

देखें वीडिया, कैसे रीक्रियेट किया गया सीन

चश्मदीद से हुई पूछताछ

सीन रीक्रियेट करने से थोड़ी देर पहले हत्याकांड की एकमात्र चश्मदीद सना से पुलिस टीम ने मंगलवार को तीन घंटे तक पूछताछ की गई। घटना के विवेचक इंस्पेक्टर महानगर ने उसके बयान दर्ज कर लिए हैं और अब उसे घटनास्थल पर लेकर पहुंचने की तैयारी है। वहीं, इससे पहले वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी नूतन ठाकुर ने मंगलवार को विवेक हत्याकांड से जुड़े घटनास्थल का जायजा लिया। घटनास्थल का मुआयना करने के बाद आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने कहा कि मैं एक नागरिक और पुलिस अफसर के रूप में घटना की सच्चाई जानने पहुंचा हूं।

बता दें विवेक तिवारी की मौत के मामले की चश्मदीद सना ने पहली बार सोमवार को चुप्पी तोड़ी थी। सना ने मीडिया को घटना की पूरी कहानी बताई। सना ने बताया, "मैं घटना के वक्त विवेक के साथ ही गाड़ी में मौजूद थी। सर मुझे गाड़ी से घर छोड़ने जा रहे थे। रास्ते में सिपाही दिखाई दिए जो गुस्से में थे इसलिए गाड़ी रोकना सही नहीं लग रहा था. हमारी कार सिपाहियों से टच भी नहीं हुई थी, हम लोगों की पुलिस के साथ कोई बहस भी नहीं हुई थी।"