
फर्जीवाड़ा रोकने के लिए उत्तराखंड में आयुष्मान कार्डों का सत्यापन होगा
Ayushman Yojana:आयुष्मान कार्डों में बड़े स्तर पर हो रहे फर्जीवाड़े की उत्तराखंड में गहन जांच होने वाली है। फर्जीवाड़ा रोकने के लिए राज्य में हजारों आयुष्मान कार्ड का सत्यापन कराने की तैयारी चल रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने रविवार शाम इसके आदेश जारी कर दिए हैं। दरअसल, उत्तराखंड के विभिन्न अस्पतालों में आयुष्मान के फर्जी कार्डों से उपचार कराने के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। इस पर रोक लगाने के लिए सरकार ने आयुष्मान कार्डों के सत्यापन का निर्णय लिया है। साथ ही आयुष्मान कार्ड से इलाज कराने को आने वाले मरीजों के राशन कार्ड और आधार कार्ड की प्रमाणिकता भी जांची जाएगी। मुख्य सचिव ने इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण को सभी अस्पतालों को एडवायजरी जारी करने के निर्देश दिए हैं।
उत्तराखंड में फर्जीवाड़ा रोकने के संबंध में मुख्य सचिव राधा ने बताया कि दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों के आयुष्मान कार्डों के मामले में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। सभी अस्पतालों को ऐसे मामलों में मूल आधार कार्ड और राशन कार्ड मांगने को कहा गया है। साथ ही कॉमन सर्विस सेंटरों (सीएससी) को सख्त निर्देश दिए हैं कि धोखाधड़ी की किसी भी गतिविधि में शामिल न हों। ऐसे मामलों में विशेष सतर्कता बरतें। फर्जीवाड़े में संलिप्तता मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उत्तराखंड स्वास्थ्य प्राधिकरण के अनुसार, राज्य में अभी तक करीब 58 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। इतनी बड़ी संख्या में कार्ड होने से फर्जीवाड़े की आशंका उत्पन्न हो रही है। पिछले दिनों राज्य के अस्पतालों में दूसरे राज्यों के लोगों के फर्जी कार्ड पकड़े भी जा चुके हैं। ऐसे में सरकार ने जांच के लिए एडवायजरी जारी करने का निर्णय लिया है।
Published on:
06 Jan 2025 07:53 am
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