बीजेपी सांसद ने पत्र में आरोप लगाया कि भारत बंद के बाद पूरे देश व यूपी में पुलिस द्वारा दलितों का जमकर उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होंने दलितों को झूठे मामलों में फंसाए जाने का आरोप भी लगाया है। पीएम मोदी को सम्बोधित पत्र में भाजपा सांसद लिखते हैं – “अनुसूचित जाति व जनजाति के लोगों पर पूरे भारत वर्ष, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश एवं अन्य राज्यों में प्रदेश सरकार व स्थानीय पुलिस द्वारा इन वर्गों के लोगों पर चुन-चुन के अत्याचार किया जा रहा है साथ ही झूठे मुकदमों में फंसाया जा रहा है। पुलिस निर्दोष लोगों को घरों से निकाल कर जतिसूचक शब्दों द्वारा मारपीट व अपमानित करके उन्हें गिरफ्तार कर रही है। जिसकी वजह से इन वर्गों में रोष व असुरक्षा की भावना बढती जा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए आपसे अनुरोध है कि आप इस गंभीर मामले में हस्तक्षेप करें और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के त्वरित निर्देश जारी करें।”
बसपा में थे अशोक दोहरे- इटावा के बीजेपी सांसद व मूल रूप से औरैया जनपद के ग्राम रमपुरा निवासी अशोक दोहरे 2013 में बीजेपी में शामिल हुए थे। 2014 के लोकसभा चुनाव में अशोक दोहरे इटावा सीट से बीजेपी के सांसद चुने गए थे। इससे पहले वर्ष 2000 में उन्होंने
सरकारी नौकरी से इस्तीफा देकर
मायावती की पार्टी बीएसपी ज्वाईन की थी। 2002 में बसपा के टिकट पर औरैया की अजीतमल विधानसभा से उन्होंने चुनाव लड़ा, लेकिन वो हार गए, लेकिन 2007 विधानसभा से उन्हें जीत मिली और मायावती ने उन्हें कैबिनेट मंत्री भी बनाया। वहीं बसपा सरकार में कुछ मंत्रियों से उनके मनमुटाव ने उन्हें पार्टी छोड़ने पर मजबूर कर दिया।
पिछले दिनों बहराइच की सांसद सावित्री बाई फुले ने एससी-एसटी एक्ट को लेकर अपनी ही योगी सरकार को घेरा था, वहीं बीजेपी के रॉबर्ट्सगंज से सांसद छोटेलाल ने दलित उत्पीड़न का आरोप लगाया था।