
13 नहीं यूपी की 24 सीटों पर होगा चुनाव, हर हाल में सभी सीटों पर अपने विधायक चाहती है भाजपा
लखनऊ. भारतीय जनता पार्टी की नजर उत्तर प्रदेश की उन 24 सीटों पर है, जिन पर आने वाले वक्त में चुनाव होने हैं। भाजपा हर हाल में सभी सीटों पर अपने विधायक चाहती है। पार्टी ने इसके लिए तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। चुनाव वाले क्षेत्रों में भाजपा प्रत्याशियों के चयन से लेकर रणनीति बनाने के काम पर लग गई है। 24 में 13 सीटें विधानसभा (UP Vidhan Sabha UP Chunav 2019) की हैं जिन पर अक्टूबर-नवम्बर में चुनाव हो सकते हैं। इसके अलावा अगले वर्ष स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र (MLC) की 11 सीटों पर चुनाव होना है। उत्तर प्रदेश की जिन 13 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनमें से 11 सीटों पर भाजपा का कब्जा है। एमएलसी की 11 सीटों में भाजपा के पास मात्र दो सीटें हैं। भाजपा इस बार सभी 24 सीटों पर भाजपा विधायक चाहती है। अभी तक एमएलसी का चुनाव भाजपा बहुत तैयारियों के साथ नहीं लड़ा करती थी, लेकिन विधानसभा और लोकसभा चुनाव में जीत से उत्साहित भाजपा की नजर नया रिकॉर्ड बनाने पर है।
विधान परिषद की 11 सीटों पर चुनाव भले ही अगले वर्ष मार्च-अप्रैल में संभावित हैं, लेकिन भाजपा अभी से तैयारियों में जुट गई है। पार्टी ने सभी जगह संचालन समिति बनाकर बैठकें करने का निर्देश दिया है, वहीं स्थानीय स्तर पर फीडबैक से प्रत्याशियों के नाम की तलाश भी शुरू कर दी है। स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र की 11 सीटों पर वोटर लिस्ट में समर्थकों के नाम जोड़ने के लिए भाजपा ने वोटर जोड़ो अभियान भी शुरू कर दिया है। इसके लिए प्रदेश महामंत्री अशोक कटारिया को संयोजक, प्रदेश महामंत्री नीलिमा कटियार और मंत्री अमरपाल मौर्य को सह संयोजक बनाया है। इसके अलावा चुनाव वाले क्षेत्रों में भाजपा के सभी विधायकों और सांसदों की भी जवाबदेही भी तय कर दी गई है।
यूपी की 13 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव
उत्तर प्रदेश की 13 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। इनमें 11 सीटें विधायकों के सांसद बनने के बाद रिक्त हुई हैं, वहीं घोषी विधानसभा सीट फागू चौहान (Fagu Chauhan) को बिहार का राज्यपाल बनाये जाने के बाद खाली हुई है। इसके अलावा हत्या के 22 साल पुराने मामले में हमीरपुर के विधायक अशोक सिंह चंदेल (Ashok Singh Chandel) उम्रकैद की सजा काट रहे हैं, जिसके चलते उनकी विधानसभा सदस्यता समाप्त की जा चुकी है। यूपी की जिन 13 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होने हैं, उनमें घोषी (मऊ) हमीरपुर, गोविंदनगर (कानपुर), लखनऊ कैंट, मानिकपुर (बांदा), जैदपुर (बाराबंकी), बलहा (बहराइच), प्रतापगढ़, जलालपुर (अंबेडकरनगर), हमीरपुर, रामपुर, गंगोह (सहारनपुर), इगलास (हाथरस) और टूंडला (अलीगढ़) की सीटें शामिल हैं। 13 में से 11 सीटें भारतीय जनता पार्टी के पास और एक-एक सीट सपा-बसपा के पास है।
इन 11 सीटों पर चुने जाएंगे एमएलसी
अगले वर्ष मार्च-अप्रैल में स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से राज्य विधान परिषद की 11 सीटों पर चुनाव होने हैं। इनमें इलाहाबाद-झांसी स्नातक और वाराणसी स्नातक सीट ही भाजपा के पास है। इलाहाबाद-झांसी स्नातक सीट से डॉ यज्ञदत्त शर्मा और वाराणसी से केदारनाथ सिंह एमलएलसी हैं। एमएलसी की जिन 11 सीटों पर अगले वर्ष चुनाव होना है, उनमें आगरा, लखनऊ, वाराणसी, और मेरठ की दो-दो सीटें, बरेली-मुरादाबाद, इलाहाबाद-झांसी, गोरखपुर-फैजाबाद की सीटें शामिल हैं। इन सीटों से निर्वाचित सदस्यों का कार्यकाल 6 मई 2020 को समाप्त हो रहा है।
Published on:
14 Aug 2019 03:18 pm
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