
यूपी विधानमंडल मानसून सत्र का आज दूसरा दिन है। पहले दिन सदन के बाहर जमकर धरना प्रदर्शन हुआ। सरकार ने सपा के धरने प्रदर्शन को बलपूर्वक रोकने का प्रयास किया। विपक्षी दलों के प्रदर्शन को रोकने पर बसपा सुप्रीमो मायावती बिफरी गईं और योगी सरकार पर जमकर हमला बोला। मायावती ने कहाकि, भाजपा सरकार की प्रवृति तानाशाही हो गई है। मायावती ने मानसून सत्र के पहले दिन भाजपा के बयान प्रतिपक्ष यहां बेरोजगार है पर पलटवार करते हुए कहाकि, यह इनकी अहंकारी सोच व गैर जिम्मेदाराना रवैये को उजागर करता है।
सरकारी धारणा अति घातक
मंलवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने ट्वीट पर भाजपा की योगी सरकार की जमकर आलोचना की। मायावती ने लिखा कि, विपक्षी पार्टियों को सरकार की जनविरोधी नीतियों व उसकी निरंकुशता तथा जुल्म.ज्यादती आदि को लेकर धरना.प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं देना भाजपा सरकार की नई तानाशाही प्रवृति हो गई है। साथ ही, बात.बात पर मुकदमे व लोगों की गिरफ्तारी एवं विरोध को कुचलने की बनी सरकारी धारणा अति.घातक।
छात्रों का आन्दोलन कुचलना अनुचित व निन्दनीय
बसपा सुप्रीमो मायावती ने आगे लिखा कि, इसी क्रम में इलाहाबाद विश्वविद्यालय द्वारा फीस में एकमुश्त भारी वृद्धि करने के विरोध में छात्रों के आन्दोलन को जिस प्रकार कुचलने का प्रयास जारी है वह अनुचित व निन्दनीय। यूपी सरकार अपनी निरंकुशता को त्याग कर छात्रों की वाजिब माँगों पर सहानुभतिपूर्वक विचार करे बीएसपी की मांग है।
भाजपा को दिखाया आईना
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहाकि, महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, बदहाल सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य व कानून व्यवस्था आदि के प्रति यूपी सरकार की लापरवाही के विरुद्ध धरना प्रदर्शन नहीं करने देने व उनपर दमन चक्र के पहले भाजपा जरूर सोचे कि विधानभवन के सामने बात-बात पर सड़क जाम करके आमजनजीवन ठप करने का उनका क्रूर इतिहास है।
Published on:
20 Sept 2022 11:00 am
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