22 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Chaitra Navratri 2023: यूपी में इन जगहों पर है शक्तिपीठ मंदिर, पुराणों में भी है इनका जिक्र

Chaitra Navratri 2023: दुर्गा शक्तिपीठ पूरे भारत के अलग-अलग जगहों पर स्थापित हैं। देवी पुराण में 51 शक्तिपीठों का वर्णन किया गया है। तो देवी भागवत में 108 और देवी गीता में 72 शक्तिपीठों का जिक्र मिलता है

2 min read
Google source verification

लखनऊ

image

Shivam Shukla

Mar 23, 2023

Chaitra Navratri 2023:

यूपी में इन जगहों पर है शक्तिपीठ मंदिर, पुराणों में भी है इनका जिक्र

हिन्दू पंचांग के मुताबिक, 22 मार्च 2023 बुधवार से चैत्र नवरात्रि शुरू हो चुकी है। जो दशमी तिथि यानी 30 मार्च को समाप्त होगी। नवरात्रि के समय में मां दुर्गा के मंदिरों में भक्तों की काफी भीड़ लगी रहती है। यूपी में मां दुर्गा के कई सारे चमत्कारी और सिद्धपीठ मंदिर स्थापित हैं। इनमें से कई ऐसे मंदिर भी हैं, जिनका पुराणों में भी उल्लेख मिलता है।

दुर्गा शक्तिपीठ पूरे भारत में भिन्न - भिन्न जगहों पर स्थापित हैं। देवी पुराण में 51 शक्तिपीठों का वर्णन किया गया है। वहीं देवी भागवत में 108 और देवी गीता में 72 शक्तिपीठों का जिक्र मिलता है, वहीं तन्त्र चूड़ामणि में 52 शक्तिपीठों का उल्लेख किया गया है। देवी पुराण के अनुसार 51 शक्तिपीठ में से कुछ विदेश में भी विराजमान हैं। भारत में 42, पाकिस्तान में 1, बांग्लादेश में 4, श्रीलंका में 1, तिब्बत में 1 तथा नेपाल में 2 शक्तिपीठ स्थापित हैं। माता सती के 51 शक्तिपीठों में से 5 शक्तिपीठ यूपी में भी विराजमान हैं।

विशालाक्षी शक्तिपीठ
उत्तर प्रदेश में स्थित शक्तिपीठों में विशालाक्षी शक्तिपीठ भी बेहद प्रसिद्ध है। यह शक्तिपीठ वाराणसी के मणिकर्णिका घाट के निकट स्थित है। यूपी के इस स्थान पर माता सती की मणिकर्णिका गिरी और वे विशालाक्षी और मणिकर्णी रूप में पूजी जाती हैं।
इस शक्तिपीठ का कोई वास्तविक स्थान ज्ञात नहीं है लेकिन पौराणिक कथाओं के अनुसार यहां पर माता की निचली दाढ़ गिरी थी, जिसका वाराही नाम पड़ा।

इन मंदिरों को प्राप्त है शक्तिपीठ का दर्जा
प्रयागराज में संगम तट के निकट माता का यह शक्तिपीठ विराजमान है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यहां पर सती का हस्तांगुल गिरा था। बताया जाता है कि पवित्र संगम में डुबकी लगाने के बाद इस महाशक्तिपीठ में दर्शन-पूजन से श्रृद्धालुओं की मनोकामना पूर्ण होती है। प्रयागराज में तीन मंदिरों को शक्तिपीठ का दर्जा प्राप्त है, जिसमें ललितादेवी मंदिर, कल्याणीदेवी और अलोपीदेवी धाम शामिल हैं।