योगी का बड़ा फैसला
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने मायावती के कांसीराम यादगार विश्राम स्थल के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। कांसीराम यादगार विश्राम स्थल की सारी जिम्मेदारियां योगी आदित्यनाथ ने अपने ऊपर ले ली हैं। योगी आदित्यनाथ का ये फैसला अब तक का मायावती के लिए सबसे बड़ा फैसला है।
कांसीराम यादगार विश्राम स्थल एक अलग परिसर
राज्य संपत्ति विभाग ने कांसीराम यादगार विश्राम स्थल को 13 ए मॉल एवेन्यू को मायावती के सरकारी बंगले को मानने से इंकार कर दिया है। संपत्ति विभाग के अधिकारियों ने बताया है कि कांसीराम यादगार विश्राम स्थल एक अलग परिसर है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक पांच पूर्व मुख्यमंत्रियों द्वारा सरकारी बंगला खाली कर दिया गया है। जिसमें से अभी तक पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी ने अपना सरकारी बंगला खाली नहीं किया है। वह दिल्ली के निजी अस्पताल के आईसीयू वॉर्ड में भर्ती हैं।
एनडी तिवारी को सरकारी बंगला खाली करना ही पड़ेगा
पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी की पत्नी सुशीला तिवारी ने सरकारी बंगला खाली न करने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की है। उस अपील पर राज्य संपत्ति विभाग ने न्याय विभाग से भी राय मांगी थी इस पर न्याय विभाग ने साफ तौर पर इंकार कर दिया है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार एनडी तिवारी को सरकारी बंगला खाली करना ही पड़ेगा। इसके साथ ही राज्य संपत्ति विभाग ने अपने प्रशासनिक अधिकारी को पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के पास दिल्ली भेजा है वह वहां जाकर उनको समझाएंगे कि इस आदेश को न मानना कोर्ट की अवमानना होगी।