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Yogi Adityanath ने नोएडा अथॉरिटी और UPSIDC के 8 अधिकारियों को किया सस्पेंड

आज सुबह संडे के दिन ही फुर्सत मिलते ही Yogi Adityanath ने UP के 8 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया। इन सभी पर मोटी रकम लेकर नोएडा में प्लॉट आवंटन का सबूत देखकर भड़के थे मुख्यमंत्री।

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लखनऊ

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Dinesh Mishra

Dec 26, 2021

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लखनऊ. Yogi Adityanath, उत्तर प्रदेश में ज़ीरो टोल रेंस और भ्रष्टाचार की नीति को लेकर सीएम काफी सख्त दिखाई दे रहे हैं। आज सुबह ही उन्होने ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी और UPSIDC यानी औद्योगिक विकास से जुड़े 8 अधिकारियों को भ्रष्टाचार के आरोप में सस्पेंड कर दिया है। इन सभी अधिकारियों के खिलाफ नोएडा में जेवर से भाजपा विधायक की शिकायत पर एक्शन लिया गया है।

UP के अधिकारी मोटी रकम लेकर गलत तरीके से करते हैं प्लाटों का आवंटन
जेवर से भाजपा विधायक ने आरोप लगाया कि इन अफसरों द्वारा मोटी रकम लेकर भूखंडों को गलत तरीके से लोगों को मनमाने तरीके से आवंटित किया जाता है। साथ ही दूसरे लोगों के दस्तावेजों में हेरफेर करने का आरोप लगा है। एक उद्यमी ने इन अफसरों से परेशान होकर अधिकारियों की शिकायत जेवर विधायक से की थी। शिकायत मिलने के बाद जेवर विधायक ने इन अधिकारियों के कारनामों की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की थी और भ्रष्टाचार के सबूत भी सौंपे थे।

मुख्यमंत्री के आदेश पर जिन 8 अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है उनमें ग्रेटर नोएडा UPSIDC मे रीजनल मैनेजर रहें अजयदीप और सुदेश कनौजिया को सस्पेंड किया गया है और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के उद्योग विभाग में तैनात मयंक श्रीवास्तव को सस्पेंड किया गया, मयंक श्रीवास्तव पूर्व UPSIDC में तैनात रह चुके हैं, और सुरेश कुमार, एमएस रावत, सीपी वर्मा, एस के गुप्ता और गोविंद दीक्षित को भी भ्रष्टाचार के आरोप में सस्पेंड किया गया है, जेवर विधायक धीरेन्द्र ठाकुर की शिकायत पर भ्रष्ट अधिकारियों पर मुख्यमंत्री ने बड़ी कार्यवाही की है।

भ्रष्टाचार के आरोप ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी और UPSIDC पर पहली भी सरकारों में लग चुके हैं, लेकिन कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति की जाती थी, अब मुख्यमंत्री के आदेश पर ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी और UPSIDC में तैनात भ्रष्ट अधिकारियों पर गाज गिरी है, इन पर आरोप है कि यह लोग भूखंड को गलत तरीके से आवंटन करते थे और उसके बदले में मोटी रकम की मांग की जाती थी। एक उद्यमी ने इन अधिकारियों से परेशान होकर इसकी शिकायत जेवर विधायक धीरेंद्र ठाकुर से की थी। जो अथॉरिटी और UPSIDC के अंदर भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा था उसके सबूत भी विधायक को दिए हैं, जेवर विधायक ने फिर इसकी शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की और उनके सामने जो भ्रष्टाचार के दस्तावेज थे जिन अधिकारियों द्वारा भ्रष्टाचार किया गया था सबूत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने रखे गए थे उसके बाद मुख्यमंत्री के आदेश पर 8 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है।