
CM Yogi
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में बड़े स्तर पर चल रहे धर्मांतरण (Religion conversion) मामले में खुलासा होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने सख्ती दिखाई है। यूपी में धर्मांतरण कराने वालों पर गैंगस्टर एक्ट (Gangster Act) व एनएसए (NSA) लगेगा। सीएम योगी ने जांच एजेंसियों को साफ निर्देश दिए हैं कि वे धर्मांतरण मामले की पूरी तह तक जाएं। साथ ही कहा कि जो कोई भी इस मामले में शामिल पाए जाते हैं, उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट लगाएं, एनएसए में निरुद्ध किया जाए। यही नहीं उनकी प्रॉपर्टी भी जब्त की जाए। सोमवार को यूपी एटीएस ने 1000 लोगों के अवैध तरीके से धर्मांतरण कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था। इसमें दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है, जिनके खिलाफ लखनऊ में मामला दर्ज भी किया गया है।
मूक-बधिर छात्रों और निर्धन लोगों का करते थे घर्मांतरण-
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताआ कि यह लोग मूक-बधिर छात्रों और निर्धन लोगों को धन, नौकरी व शादी का लालच देकर उनका धर्मांतरण करते थे। इस गिरोह में शामिल मुफ्ती काजी जहांगीर आलम (निवासी जोगाबाई, जामिया नगर, नयी दिल्ली) व मोहम्मद उमर गौतम (निवासी बाटला हाउस, जामिया नगर, नयी दिल्ली) को एटीएस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है। एटीएस के विशेष एसीजेएम सत्यवीर सिंह ने सोमवार को इन दोनों को तीन जुलाई तक के लिए जेल भेज दिया है। प्रशांत कुमार ने यह भी बताया कि धर्मांतरण कराने के बाद कई लड़कियों की शादी भी कराई जा चुकी है। इस गिरोह में कई लोगों के शामिल होने की जानकारी है। छानबीन की जा रही है।
आईएसआई कर रही थी फंडिंग-
बताया जा रहा है कि एटीएस को काफी समय से इनपुट मिल रहा था कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई व अन्य विदेशी माध्यमों से फंडिंग कर कुछ लोग धर्मांतरण कराने और धार्मिक वर्गों में आपसी वैमनस्य फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। इसी सूचना पर यूपी एटीएस की टीम रविवार को काजी जहांगीर और उमर गौतम से मिली व उनसे पूछताछ के बाद दोनों को गिरफ्तार किया। प्रशांत किशोर ने बताया कि लखनऊ के एटीएस थाने में उनके व उनकी संस्था इस्लामिक दावा सेंटर और अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी, साजिश, धार्मिक वैमनस्य फैलाने, किसी धर्म को अपमानित करने सहित विभिन्न आरोपों में मामला दर्ज कर लिया गया है।
Published on:
22 Jun 2021 04:59 pm
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