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मौनी अमावस्‍या की भगदड़ हमने अत्यधिक उजागर नहीं होने दिया क्योंकि…योगी ने बताया महाकुंभ में कैसे कंट्रोल किए हालात

Yogi Crowd Management:   मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आईआईएम लखनऊ और डाक सेवा अधिकारियों के साथ महाकुंभ के आयोजन से जुड़े अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि किस तरह समाधान की दृष्टि से चुनौतियों का सामना किया गया। सीएम योगी ने सुरक्षा और क्राउड मैनेजमेंट को प्रमुखता देते हुए भविष्य के आयोजनों के लिए रणनीतियां भी सुझाईं।

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लखनऊ

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Ritesh Singh

Mar 04, 2025

मौनी अमावस्या की घटना को लेकर सीएम का बड़ा खुलासा

मौनी अमावस्या की घटना को लेकर सीएम का बड़ा खुलासा

CM Yogi Shares Insights on Maha Kumbh 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय प्रबंधन संस्थान लखनऊ (IIML) और डाक सेवा के अधिकारियों के साथ महाकुंभ 2025 की तैयारियों पर चर्चा की और अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ 2019 में सुरक्षा और क्राउड मैनेजमेंट के लिए किस तरह की चुनौतियां थीं और समाधान के लिए किस तरह के कदम उठाए गए थे। उन्होंने कहा कि हम समस्या के बारे में अधिक सोचते हैं, जिससे हमें बहाने मिलते हैं, लेकिन जब हम समाधान की तरफ जाते हैं, तो अनेक रास्ते खुलते हैं।

महाकुंभ में सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन पर रहा मुख्य फोकस

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ जैसे भव्य आयोजन सिर्फ आस्था का ही नहीं, बल्कि आर्थिक विकास का भी बड़ा जरिया हैं। उन्होंने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ 2019 में 8 करोड़ से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए थे। ऐसे बड़े आयोजनों में भीड़ को संभालना, यातायात का प्रबंधन करना और सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखना बड़ी चुनौती होती है।

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योगी आदित्यनाथ ने बताया कि 2019 के महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और क्राउड मैनेजमेंट के लिए विशेष रणनीति अपनाई गई थी। उन्होंने कहा कि भीड़ नियंत्रण के लिए टेक्नोलॉजी और सुरक्षा एजेंसियों का सही तालमेल जरूरी होता है। उन्होंने कहा कि जब मौनी अमावस्या पर अचानक 4 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु मेला क्षेत्र में पहुंचे, तो यह एक चुनौतीपूर्ण स्थिति थी।

मौनी अमावस्या की घटना को लेकर सीएम का बड़ा खुलासा

सीएम योगी ने कहा कि 28-29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन जब भारी भीड़ उमड़ी थी, तब संगम नोज पर एक घटना हुई थी, लेकिन प्रशासन ने तुरंत हालात संभाल लिए। उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र में 4 करोड़ लोग थे, शहर में 2 करोड़ श्रद्धालु थे और प्रयागराज के बाहर 2 करोड़ लोग आने की तैयारी में थे। ऐसे में 2 लाख वाहनों को रोक दिया गया था, ताकि हालात न बिगड़ें।

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उन्होंने कहा कि घटना के बाद मात्र 15 मिनट में ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया, जिससे श्रद्धालुओं को तुरंत अस्पताल पहुंचाया जा सका। सीएम ने कहा कि हमने इस घटना को इसलिए ज्यादा हाइलाइट नहीं किया, ताकि पैनिक न फैले और लोग घबराहट में गलत निर्णय न लें।

महाकुंभ से मिले कई अहम सबक

सीएम योगी ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ से हमें कई अहम सबक मिले हैं। उन्होंने भगवद गीता का जिक्र करते हुए कहा कि भगवान कहते हैं कि जो मुझे जिस रूप में भजता है, उसे मैं उसी रूप में दिखाई देता हूं। महाकुंभ को भी जिसने जिस दृष्टिकोण से देखा, उसे वही नजर आया। उन्होंने बताया कि हमारी टीम को अनुमान था कि 2019 की तुलना में 2025 में दोगुनी भीड़ होगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आगामी महाकुंभ में इससे भी अधिक भीड़ को मैनेज करने की रणनीति अभी से तैयार कर ली जाए।

महाकुंभ को आस्था के साथ आर्थिक विकास से जोड़ने पर जोर

सीएम योगी ने कहा कि महाकुंभ जैसे आयोजनों से राज्य की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलता है। उन्होंने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ 2019 से स्थानीय व्यापारियों, होटल व्यवसायियों, परिवहन सेवाओं और हस्तशिल्प उद्योगों को बड़ा लाभ हुआ था। उन्होंने कहा कि अब तक लोग इस तरह के आयोजनों को सिर्फ धार्मिक नजरिए से देखते थे, लेकिन अब इन्हें आर्थिक विकास से जोड़ने की जरूरत है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि महाकुंभ 2025 के दौरान स्थानीय कलाकारों, हस्तशिल्पियों और व्यापारियों को प्रोत्साहित किया जाए, जिससे उनकी आमदनी बढ़े और स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत हो।

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महाकुंभ 2025 के लिए विशेष रणनीति पर काम शुरू

मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ 2025 के लिए अभी से व्यापक तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि 2019 के अनुभवों को ध्यान में रखते हुए इस बार और बेहतर योजना बनाई जाए। सीएम योगी ने यह भी कहा कि हर विभाग को अपनी जिम्मेदारी स्पष्ट रूप से पता होनी चाहिए और टेक्नोलॉजी का अधिकतम उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि इस बार ड्रोन सर्विलांस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा एनालिटिक्स की मदद से भीड़ प्रबंधन को और सुदृढ़ किया जाएगा।

मुख्यमंत्री के निर्देश और सरकार की तैयारी

  • महाकुंभ 2025 में डिजिटल और स्मार्ट टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होगा।
  • सुरक्षा के लिए पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती होगी।
  • मुख्य स्नान घाटों पर हाई-टेक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
  • श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन के लिए विशेष ट्रैफिक प्लान तैयार किया जाएगा।
  • रेलवे और रोडवेज को भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष गाइडलाइंस जारी होंगी।
  • हेलीपैड और इमरजेंसी हेल्थ सर्विसेज को मजबूत किया जाएगा।