
उड़ान की हदें होती हैं, पतन की कोई सीमा नहीं होती। चित्रकूट के जिला अस्पताल में यही साबित हुआ। पर्यटन मंत्री निरीक्षण करते हुए वार्ड में आने वाले थे। इसी बीच एक मरीज की मौत हो गई। स्टाफ ने मरीज का शव चादर से ढक दिया और उसकी मां को ताकीद कर दी-जब तक मंत्री चले न जाएं, रोना नहीं है। मंत्री फल बांटते हुए उस बेड तक पहुंचे तो मां की रुलाई फूट पड़ी। उसने चादर उलट दी। अंदर बेटी की लाश थी। फल मंत्री के हाथ में ही रह गए। उन्होंने मजिस्ट्रेट जांच और सख्त कार्रवाई का आदेश दिया है।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह जब जनरल वार्ड में पहुंचे, एक बेड पर मरीज पर सिर से पांव तक चादर थी। सभी को लगा मरीज सो रहा है। वह उसे बेड तक पहुंचे और तीमारदार चनकी देवी को फल दिए तो वह फफक कर रो पड़ी। उसने बताया कि वह मरने वाली उसकी बेटी मैकी है। शिवरामपुर क्षेत्र के पंडरी गांव के चंद्रभवन से शादी की थी। मैकी बीमार थी। मां ने शुक्रवार को उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। निरीक्षण से कुछ देर पहले मैकी ने दम तोड़ दिया तो स्टाफ ने चादर ओढ़ा कर चुप रहने की ताकीद की। मंत्री सन्न रह गए। उन्होंने डीएम शुभ्रांत शुक्ल को मजिस्ट्रेटी जांच कराकर सख्त कार्रवाई को कहा।
सीएमएस ने पेश की सफाई
प्रभारी सीएमएस डा. राजेश खरे को चेतावनी दी। सीएमओ को निर्देश दिए कि जब तक स्थायी सीएमएस की नियुक्ति नहीं होती, वह जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाएं देखें। जिला पंचायत सदस्य मीरा भारती ने मंत्री को बताया कि अस्पताल में हर काम में वसूली की जाती है। प्रभारी सीएमएस डा. राजेश खरे ने कहा कि सुबह डाक्टरों ने मैकी का इलाज किया था। उसे अचानक उल्टी हुई और उसने दम तोड़ दिया। शव पर चादर उसकी मां ने ही डाली थी।
दोषियों के खिलाफ होगी कर्रवाई
चित्रकूट के जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमाप ने कहा कि जांच टीम गठित की गई है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ड्यूटी के प्रति लापरवाही करने वाले के खिलाफ एफआईआर कराई जाएगी। इस तरह की हरकत नहीं करनी चाहिए।
Updated on:
30 Apr 2022 09:08 pm
Published on:
30 Apr 2022 09:06 pm
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