
CM Yogi
लखनऊ. Dengue in UP. उत्तर प्रदेश में डेंगू और वायरल बुखार (Viral Fever) का कहर बढ़ता ही जा रही है। मथुरा (Mathura), फिरोजाबाद (Firozabad), मैनपुरी (Mainpuri), चंदौली (Chandauli), कानपुर (Kanpur), वाराणसी (Varanasi) में अधिकतर मामले सामने आ रहे हैं। राजधानी लखनऊ डेंगू (Dengue) और वायरल बुखार का कहर देखने को मिल रहा है। जिले के सभी सरकारी अस्पतालों की ओपीडी व इमरजेंसी वॉर्ड (Emergency Ward) फुल हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन इसको लेकर अलर्ट हो गया है।
अब तक के सबसे ज्यादा प्रभावित फिरोजाबाद जिले में केंद्र की ओर से स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजी गई है। जो मामलों की समीक्षा कर रही है। वहीं डेंगू संक्रमण के बीच गोरखपुर में इंसेफेलाइटिस के मरीजों का भी पारा बढ़ता नजर आ रहा है। इन सबके मद्देनजर सभी जिलों में नोडल अफसरों की तैनाती कर दी गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी डेंगू के बढ़ते संक्रमण को देख लगातार बैठक कर रहे हैं। उन्होंने कोरोना के दृष्टिगत तैयार किए गए कोविड बेड पर डेंगू पीड़ितों को भर्ती करने के भी निर्देश दे दिए हैं।
लखनऊ में अस्पताल में तेजी से भर्ती हो रहे मरीज-
राजधानी लखनऊ में भी डेंगू व वायरल बुखार के मरीज तेजी से भर्ती हो रही। सिविल अस्पताल, बलरामपुर, रानी लक्ष्मीबाई, लोहिया समेत अन्य अस्पतालों में तेजी से बुखार के मरीज आ रहे हैं। अस्पतालों की इमरजेंसी फुल हो गई है। वहीं ट्रॉमा सेंटर, लोहिया संस्थान व सिविल के इमरजेंसी में सभी बेड भर गए हैं। प्राइवेट अस्पताल व क्लीनिक में भी तमाम बुखार के मरीज भर्ती हो रहे हैं। सिविल अस्पताल के सीएमएस व कार्यवाहक निदेशक डॉ. एसके नंदा ने कहा कि हर वर्ष डेंगू के मामले अक्टूबर या नवंबर में आते थे, लेकिन इस बार यह पहले ही आ गए हैं। उन्होंने बताया कि पहले एक दिन में बुखार से 70-80 मरीज आते थे, तो अब 115-120 मरीज सामने आ रहे हैं। जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने शुक्रवार को आयुक्त, सीएमओ, नगर स्वास्थ्य अधिकारी समेत अन्य अधिकारियों संग बैठक की व साफ-सफाई से लेकर मरीजों को सभी जरूरी सुविधा देने तक के निर्देश दिए। लगातार अफसर फील्ड पर सक्रिय हैं। वहीं वाराणसी में 66 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। कानपुर नगर में भी करीब 13 मामले डेंगू के सामने आए हैं।
फिरोजाबाद में केंद्र की टीम ने डाला डेरा-
फिरोजाबाद में सबसे अधिक मौतों के बाद केंद्र की ओर से स्वास्थ्य टीम ने जिले में डेरा डाल दिया है। यह टीम यहां मौतों की असली वजह तलाश रही। सोमवार को यह टीम जांच की विस्तृत रिपोर्ट केंद्र को सौंपेगी। जिले में करीब 50 से ज्यादा बच्चों की अब तक मौत हुई है। और माना जा रहा है कि इसकी वजह डेंगू ही है। फिरोजाबाद के अतिरिक्त बृज क्षेत्र के मथुरा, चंदौली भी इससे अछूते नहीं हैं। 111 मामले मथुरा में सामने आए हैं।
गोरखपुर में इंसेफेलाइटिस का कहर-
वायरल बुखार और डेंगू के बीच गोरखपुर में इंसेफेलाइटिस के भी मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जिसने स्वास्थ्य विभाग के माथे पर चिंता की लकीरें ला दी हैं। गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में अभी 27 मरीजों का इलाज चल रहा है, जिनमें ज्यादातर बच्चे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि बीते साल की तुलना में इस साल ज्यादा मरीज आ रहे हैं। इस साल 120 केस मिले हैं, जबकि पिछले साल ही केवल 81 मरीज आए थे और छह बच्चों की मौत हुई थी।
Published on:
04 Sept 2021 08:22 pm
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