
फोटो सोर्स- 'X' बृजेश पाठक, अखिलेश यादव, केशव प्रसाद मौर्य
Ayodhya Deepotsav poster controversy अखिलेश यादव ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि एक तरफ डबल इंजन की लड़ाई में ऐतिहासिक कार्यक्रम के दौरान किसी को साइड में बैठ कर ऐतिहासिक अपमान कर देता है तो वह महानुभाव आज अपने विज्ञापन में उनको साइड में खड़ा दिखाकर हिसाब बराबर करते दिखाई पड़ रहे हैं।वहीं 'मुख्य' जी के 'उप' लोगों का जिक्र तक नहीं करते हैं। भाजपा सरकार में डबल इंजन ही नहीं इंजन से डबल डिब्बे भी टकरा रहे हैं। एक्स पर किए गए पोस्ट अखिलेश यादव ने 'मुख्यमंत्री' और 'उपमुख्यमंत्री' लिखने से दूरी बना रहे हैं। जबकि पोस्ट के अंत में लिख रहे हैं कि "अबकी बार डिप्टी सीएम बाहर"। समझा जा सकता है कि अखिलेश यादव का इशारा किसकी तरफ है?
अखिलेश यादव ने अपने लंबे चौड़े पोस्ट की शुरुआत "जिनको जगह तक नहीं मिली इश्तहार में, उनकी क्या अहमियत बची सरकार में"से हुई है। इसके बाद उन्होंने लिखा है कि उत्तर प्रदेश भाजपा सरकार से जनता पूछ रही है कि क्या उपमुख्यमंत्री के पद दोनों पद समाप्त कर दिए गए हैं। बड़े आश्चर्य की बात है कि विज्ञापन में कनिष्ठ मंत्रियों के नाम दिखाई पड़ रहे हैं। लेकिन डिप्टी सीएम का नाम नहीं है।
अखिलेश यादव ने आगे लिखा है कि भाजपा सरकार में अयोध्या के पीडीए सांसद को दीपोत्सव कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया है। जिससे संपूर्ण पीडीए समाज बेहद आहत है। उस भाजपा से क्या उम्मीद करना जो अहंकार में डूबी है। अपनों की ही सगी नहीं है।
एक अन्य पोस्ट में अखिलेश यादव ने लिखा है कि जनता पूछ रही है कि उत्तर प्रदेश भाजपा सरकार में उपमुख्यमंत्री के दोनों पद क्या समाप्त कर दिए गए हैं? विज्ञापन में कनिष्ठ मंत्रियों के नाम तो दिख रहे हैं। लेकिन डिप्टी सीएम साहब लोगों के नाम नहीं है। कहीं यहां भी 'हाता नहीं भाता' या 'प्रभुत्व वादी सोच' तो हावी नहीं हो गई है। अंत में उन्होंने लिखा है कि "अबकी बार डिप्टी सीएम बाहर"
Published on:
19 Oct 2025 06:06 pm
