
लखनऊ। महिला अपराध पर लगाम लगाने के लिए लखनऊ पुलिस बेहतर प्रयास करती हुई नजर आ रही है। लखनऊ पुलिस व अभियोजन विभाग की सक्रियता का ही नतीजा है कि बीते 2 वर्षों में पॉस्को कोर्ट ने दो आरोपियों के खिलाफ मृत्युदंड की सजा सुनाई है। कमिश्नरेट पुलिस महिलाओं को बेहतर सुविधा देने के लिए व महिला अपराध पर लगाम लगाने के लिए किस तरह से कार्य कर रही है इसको लेकर लखनऊ कमिश्नर डीके ठाकुर से बातचीत की गई।
सिर्फ मुकदमा लिखना नहीं सजा दिलाना उद्देश्य: डीके ठाकुर
डीके ठाकुर ने बातचीत करते हुए बताया कि पुलिस का कर्तव्य है कि महिलाओं को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जाए, न सिर्फ महिला अपराध के मामले में तुरंत मुकदमा दर्ज किया जाए, बल्कि कोर्ट में पर्याप्त सबूत उपलब्ध कराकर प्रभावी पैरवी की जाए जिससे आरोपी को सजा दिलाई जा सके। इस दिशा में किए गए कार्यो का परिणाम ही है कि बीते 2 वर्षों में पॉस्को कोर्ट ने दो आरोपियों के खिलाफ मृत्युदंड की सजा सुनाई है इसके लिए मैं पॉस्को कोर्ट के जज अरविंद मिश्रा व अभियोजन विभाग की सराहना करता हूं।
अपराध पर महिलाएं ऐसे करें शिकायत
डीके ठाकुर ने बताया कि शासन की मंशा के तहत कमिश्नरेट के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि महिला अपराध के मामले में लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी। इसके बावजूद भी अगर महिला अपराध के मामले की सुनवाई में देरी होती है तो जोन के डीसीपी, महिला अपराध साखा डीसीपी को शिकायत की जा सकती है।
तंत्र को बनाया गया प्रभावी
डीके ठाकुर ने बताया कि महिलाओं को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जा सके और महिलाएं थाने में सहज महसूस करें इसके लिए तमाम प्रयास किए गए हैं। थानों में महिला डेस्क की व्यवस्था की गई है वहीं महिला अपराध में महिलाओं के सहयोग के लिए एक महिला जांचकर्ता अधिकारी की तैनाती संबंधित मामले के लिए की जाती है। यह महिला अधिकारी विभिन्न स्तरों पर पीड़िता की मदद करती है। बयान दिलाने से लेकर लिखा पढ़ी तक महिला अधिकारी पीड़ित महिला की मदद करती है। महिला अधिकारी की जिम्मेदारी होती है कि वह महिला की मदद करें और उसे मानसिक तौर पर भी सहयोग करें।
होते हैं पेशबंदी के मुकदमे
एक सवाल के जवाब में डीके ठाकुर ने बताया कि महिला अपराध के प्रति हमारी सक्रियता को लेकर कई बार लोग जमीनी विवाद व आपसी रंजिस में महिलाओं को आगे कर पेशबंदी के मुकदमे दिखाते हैं ऐसे में जांचकर्ता अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश है कि पेशबंदी के मामले में जांच कर मामले की सत्यता तक पहुंचे और मामले में न्याय करें।
महिलाओं के लिए निर्मित किए गए 100 से अधिक पिंक बूत
लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए शहर में पिंक बूथ का निर्माण किया गया है जहां पर महिलाएं किसी भी परिस्थिति में पहुंच सकती हैं और उन्हें तत्काल प्रभाव से वहां पर तैनात महिला पुलिस कर्मचारियों द्वारा मदद पहुंचाई जाएगी। महिला अपराध पर लगाम लगाने व महिलाओं को सुविधा उपलब्ध कराने के लिए हमारे पास पिंक स्कूटी मौजूद हैं जिस पर महिला कर्मचारी पेट्रोलिंग करती हैं इससे महिलाओं को फायदा होता है।
Updated on:
24 Oct 2021 12:06 pm
Published on:
24 Oct 2021 11:51 am
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