22 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जागेश्वर मंदिर परिसर में सूर्यास्त के बाद प्रवेश पर रोक, जानें एएसआई ने क्यों लिया ये निर्णय

ASI's strict rules:विश्व प्रसिद्ध जागेश्वर मंदिर समूह में सूर्यास्त के बाद श्रद्धालुओं के प्रवेश पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने रोक लगा दी है। इसके अलावा सूर्योदय से पहले भी कोई श्रद्धालु मंदिर परिसर में प्रवेश नहीं कर पाएगा।

2 min read
Google source verification

लखनऊ

image

Naveen Bhatt

Sep 10, 2024

ASI has banned the entry of devotees into Jageshwar temple complex after sunset

एएसआई ने जागेश्वर मंदिर परिसर में सूर्यास्त के बाद प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है

उत्तराखंड स्थित प्रसिद्ध जागेश्वर धाम में सूर्यास्त के बाद श्रद्धालुओं के प्रवेश पर सख्ती से रोक लगा दी है। दरअसल, जागेश्वर धाम में बीते दिनों पीलीभीत से आए कुछ श्रद्धालुओं ने रात के वक्त भीषण हंगामा काटा था।वह श्रद्धालु कपाट बंद होने के बाद भी गेट फांदकर पालतू कुत्तों सहित मंदिर में प्रवेश कर गए थे। विरोध करने पर उन्होंने एएसआई के सुरक्षा गार्ड को पीट दिया था। इससे मौके पर खूब हंगामा हुआ था।इस प्रकार की घटनाएं पूर्व में भी हो चुकी हैं। अब एएसआई ने अपने नियम का सख्ती से पालन करवाने की तैयारी कर ली है। इसी को देखते हुए मंगलवार को एएसआई ने मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर इस संबंध में एक नोटिस भी चस्पा कर दिया है।

इस नियम का दिया हवाला

एएसआई ने मंदिर प्रवेश द्वार पर नोटिस चस्पा करते हुए लिखा है कि प्राचीन स्मारक तथा पुरातत्वीय स्थल एवं अवशेष नियम 1959 के अध्याय 02, नियम 05(1) के अनुसार राष्ट्रीय संरक्षित स्मारक जागेश्वर मंदिर समूह यात्रियों/दर्शनार्थियों के लिए सूर्योदय से सूर्यास्त तक खुला रहेगा। इस नियम का उल्लंघन करने पर संबंधित के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

एसएसपी से पुलिस की मांग

बीते दिनों श्रद्धालुओं की ओर से जागेश्वर में किए गए उपद्रव को देखते हुए एएसआई अलर्ट मोड पर आ गया है। एएसआई के सीए नीरज मैठाणी ने बताया कि अल्मोड़ा एसएसपी को पत्र भेज जागेश्वर मंदिर की सुरक्षा के लिए पुलिस की मांग की गई है। फिलहाल निजी सुरक्षा एजेंसी के गार्डों से काम चलाया जा रहा है।

समय पर आने वाले श्रद्धालुओं को नहीं होगी परेशान

एएसआई के सीए नीरज मैठानी ने बताया कि राष्ट्रीय संरक्षित स्मारकों में श्रद्धालुओं या पर्यटकों के प्रवेश का समय सूर्योदय से सूर्यास्त तक ही निर्धारित है। ये नियम पूर्व से ही है। उन्होंने बताया कि बीते दिनों हुई घटना को देखते हुए जागेश्वर मंदिर प्रवेश द्वार पर नोटिस बोर्ड चस्पा किया गया है, ताकि लोगों को इसकी जानकारी मिल सके। उन्होंने बताया कि सायंकालीन आरती के बाद श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर में किसी भी हाल में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।