28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

होली पर निगम का वादा, गली-गली होगा विकास

नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में मंगलवार को वर्षों से लंबित कई अहम मुद्दों पर चर्चा के साथ-साथ प्रस्तावों पर मुहर लगी जहां पार्षद दल के नेताओं ने अपने क्षेत्रों की समस्याओं को रखा और बजट पर चर्चा की।

2 min read
Google source verification

image

Rohit Singh

Mar 22, 2016

nagar nigam lucknow

nagar nigam lucknow

लखनऊ।
नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में मंगलवार को वर्षों से लंबित कई अहम मुद्दों पर चर्चा के साथ-साथ प्रस्तावों पर मुहर लगी जहां पार्षद दल के नेताओं ने अपने क्षेत्रों की समस्याओं को रखा और बजट पर चर्चा की।


महापौर ने सदन में रखने के लिए कई प्रस्तावों पर मुहर लगाई साथ ही कार्यकारिणी पर रखे गये प्रस्तावों पर चर्चा भी की। डोर-टू-डोर कलेक्शन और टिपिंग फीस मुख्य मुद्दा रहा। चर्चा में रखे गये मुख्य विषयों में से नगरीय ठोस अपशिष्ट नियम 2000 एवं उत्तर प्रदेश नगर निगम अधिनियम 1959 में निहित सड़क, नाली या अन्य किसी सार्वजनिक स्थल पर फेंकने पर एक हजार रूपये जुर्माना वसूल किया जाएगा। पर्यावरण को बचाने के उद्देश्य से भी कूड़ा जलाने पर पांच सौ रुपये का शुल्क वसूला जाएगा।


चार घंटे मुफ्त खड़ी कर सकेंगे साइकिल-
पर्यावरण के बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए महापौर दिनेश शर्मा ने साइकिल चलाने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि पार्किंग स्टैण्ड पर चार घंटे साईकिल मुफ्त खड़ा करने का मौका मिलेगा जो कि साईकल चलाने वाले लोगों को प्रेरित करेगा। यही नहीं चार घंटे से ज्यादा समय साईकिल खड़ी करने पर मात्र पांच रूपये का ही किराया वसूला जायेगा।


जनता को बड़ी राहत-
कैन्ट इलाके को नगर निगम की ओर से एक बड़ा उपहार मिला है जिसमें खासतौर पर वाटर वक्र्स लगाकर पूरे क्षेत्र में पानी की समस्या को दूर किया जाएगा। इससे जनता को एक बड़ी राहत मिलेगी। और क्षेत्र में जलापूर्ति की आपूर्ति भी की जा सकेगी।


निगम निर्माण निधि में मिलेगा 75 लाख-
नगर निगम ने अपने प्रस्तावों पर मुहर लगाते हुए सीधे पार्षदों को फायदा पहुंचाने की ठान ली है प्रस्ताव में प्रत्येक वार्ड में 70 लाख रूपये तक का काम कराया जाएगा। आवश्यकतानुसार 5 लाख की राशि नगर आयुक्त के पास संरक्षित रहेगी जो कि कार्य की गुणवत्ता को देखते हुए दी जाएगी। इसके अन्तर्गत यदि दस कार्य होंगे तो उसमें से पहले उन कार्यों को चुना जाएगा जो कि अधिक महत्वपूर्ण होंगे।


जलकल विभाग की समस्याओं पर नजर डालते हुए उन्हें भी कार्यकारिणी में बजट राशि बढ़ाई गई है जिसमें से 2015-16 में मद में प्रारंभिक अवशेष करते हुए कुल आय 180.21 करोड़ प्रविधानित थे जिसके विरूद्घ दिसंबर 2015 तक कुल आय रूपये 93.25 करोड़ प्राप्त हुए। वर्ष 2016-17 में 214.95 करोड़ आय प्रस्तावित किए गए।

ये भी पढ़ें

image