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जनता ने नकारा पार्टियों ने सीने से लगाया, हार के बाद भी स्वामी प्रसाद मौर्य और केशव प्रसाद को सेट करने जुटी सपा और भाजपा

सभी दल हारे-जीते नेताओं की भूमिका भी तय करने में जुटे हैं। खासतौर पर बीजेपी और समाजवादी पार्टी। सूत्रों के मुताबिक अखिलेश यादव जहाँ स्वामी प्रसाद मौर्या को करहल से चुनाव लड़ाने की सोच रहे हैं वहीं भारतीय जनता पार्टी, चुनाव हार चुके केशव प्रसाद मौर्य को मंत्री बना सकती है।

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हार के बाद भी स्वामी प्रसाद मौर्य और केशव प्रसाद को सेट करने जुटी सपा और भाजपा

हार के बाद भी स्वामी प्रसाद मौर्य और केशव प्रसाद को सेट करने जुटी सपा और भाजपा

यूपी विधानसभा चुनाव नतीजों के आने के बाद से जहां सभी दल अपना-अपना आकलन कर रहे हैं वहीं साथ ही वो अपने हारे-जीते नेताओं की भूमिका भी तय करने में जुटे हैं। खासतौर पर बीजेपी और समाजवादी पार्टी। सूत्रों के मुताबिक अखिलेश यादव जहाँ स्वामी प्रसाद मौर्या को करहल से चुनाव लड़ाने की सोच रहे हैं वहीं भारतीय जनता पार्टी, चुनाव हार चुके केशव प्रसाद मौर्य को मंत्री बना सकती है।

करहल से चुनाव लड़ सकते हैं स्वामी

बात करते हैं स्वामी प्रसाद मौर्या की। चुनावों से ठीक पहले बीजेपी छोड़ सपा पहुंचे स्वामी प्रसाद मौर्य को मुंह की खानी पड़ी और वो चुनाव हार गये। लेकिन इन चुनावों में चूंकि समाजवादी पार्टी का वोट प्रतिशत बढ़ा है तो पार्टी का मानना है कि यह वोट प्रतिशत उसके साथ आये स्वामी प्रसाद मौर्य समेत अन्य नेताओं के कारण बढ़ा है। इसी वजह से पार्टी उन्हें पूरा सम्मान देते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य को विधानसभा भेजने की तैयारी में जुट गयी है। सूत्रों के मुताबिक अखिलेश यादव करहल विधानसभा सीट से इस्तीफा दे सकते हैं और फिर इस सीट से वो स्वामी प्रसाद मौर्या को उतार कर उन्हें विधानसभा भेजने की तैयारी में हैं।

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केशव प्रसाद मौर्य फिर बन सकते हैं मंत्री

केशव प्रसाद मौर्य के सिराथू से चुनाव हारने के बाद उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर भी अटकलें शुरू हो गयी हैं। फिलहाल केशव अभी विधान परिषद सदस्य हैं। ऐसे में ये कयास लगाये जा रहे हैं कि केशव प्रसाद मौर्य को एक बार फिर से योगी सरकार में मंत्री पद मिल सकता है। सूत्रों के मुताबिक पिछड़े वर्ग के वोट बैंक को ध्यान में रखकर ही केशव के मुद्दे पर निर्णय लिया जाएगा।

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