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Expensive Travel:होली पर महंगे सफर की मार झेलेंगे यात्री, बस और ट्रेनें पैक

Expensive Travel On Holi:आगामी त्योहारों पर यात्रियों को महंगे सफर की मार झेलनी पड़ सकती है। त्योहारों के चलते ट्रेन और बसों की बुकिंग फुल हो चुकी है। हवाई सफर का किराया भी बढ़ गया है। त्योहारों पर फ्लेक्सी फेयर दस फीसद तक बढ़ने के आसार हैं।

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लखनऊ

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Naveen Bhatt

Mar 05, 2025

Passengers may have to travel expensively during Holi festival

प्रतीकात्मक फोटो

Expensive Travel On Holi:होली पर यात्रियों को महंगे सफर की मार झेलनी पड़ सकती है। उत्तराखंड में होली को लेकर बसों और ट्रेनों में अभी से मारामारी की स्थिति पैदा हो चुकी है। होली पर देहरादून आने और जाने वाली लंबी दूरी की कई ट्रेनें पैक हो चुकी हैं। अब लंबी वेटिंग चल रही है। हवाई सेवाओं में होली के आसपास की तारीख के टिकट महंगे मिलने लगे हैं। वहीं, रोडवेज की ऑनलाइन बसें भी एडवांस में पैक होने लगी हैं।अक्सर ही होली पर प्रत्येक साल सार्वजनिक वाहनों में सीट के लिए मारामारी रहती है। ऐसे में प्राइवेट बसों के किराये में मनमानी की शिकायतें बढ़ जाती हैं। यात्रियों से दोगुना किराया वसूला जाता है। इसके बावजूद, सरकारी सिस्टम न तो पर्याप्त बस सेवाएं मुहैया करवा पाता है और न ही मनमाने किराये की रोकथाम हो पाती है। त्योहार पर घर जाने वाले लोगों की भीड़ बढ़ने पर रेलवे की प्रीमियम ट्रेनों में फ्लेक्सी फेयर 10 फीसदी तक बढ़ जाता है। इसके अलावा टैक्सियों और प्राइवेट बसों के किराये में 25 फीसदी तक बढ़ोतरी हो जाती है। हालांकि, सामान्य श्रेणी की ट्रेनों में फ्लेक्सी फेयर लागू नहीं होता। ऐसे हालात में यदि स्पेशल रेलगाड़ियां नहीं चली तो मुश्किल और बढ़ सकती है।

दोगुना तक महंगा हो गया हवाई टिकट

होली पर्व के दौरान, यात्री महंगे सफर से जूझते हैं। त्योहारों पर कई यात्रियों को फ्लैक्सी फेयर के चलते सामान्य दिनों के मुकाबले में दोगुना तक किराया चुकाना पड़ता है। दून से दिल्ली तक हवाई सेवा का किराया सामान्य दिनों में 3000-3500 रुपये के बीच रहता है, लेकिन अब यह 7000-8000 रुपये तक पहुंच गया है। बेंगलुरु जाने का किराया भी करीब 7000 रुपये से बढ़कर 12000 से 15000 रुपये हो गया है। फ्लैक्सी फेयर दरअसल, एक ऐसी प्रणाली है, जिसके तहत, जब यात्री संख्या अधिक होती है या मौसम विशेष (जैसे त्योहार, छुट्टियां आदि) के दौरान यात्रा का दबाव बढ़ता है, तो किराये में इजाफा कर दिया जाता है।

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ट्रेनों में नहीं मिल रही हैं सीटें

उत्तराखंड के देहरादून से गोरखपुर जाने वाली राप्तीगंगा सप्ताह में एक दिन चलती है। होली तक इस ट्रेन के स्लीपर, थर्ड एसी, सेकेंड एसी और एसी फर्स्ट क्लास में सभी सीटें बुक हो चुकी हैं, अब वेटिंग चल रही हैं। स्लीपर क्लास में वेटिंग लंबी हो गई है। दून से हावड़ा वाली उपासना के स्लीपर, इकोनॉमिक, थर्ड एसी, सेकेंड एसी और फर्स्ट एसी की सभी सीटें बुक हैं। कुंभ एक्स. भी होली तक फुल हो गई है। देहरादून से वाराणसी वाली जनता एक्स. फुल है। दून-दिल्ली की ट्रेनों में भीड़ बढ़ने लगी हैं।