
सीएम योगी बोले-खेती के साथ दुग्ध उत्पादन से होगी किसानों की आय दोगुनी
लखनऊ. 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करनी है तो किसानों को खेती के साथ-साथ दुग्ध उत्पादन के लिए भी प्रोत्साहित करना होगा। यह बात सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को गोमतीनगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में दुग्ध उत्पादकों को वर्ष 2017-18 का गोकुल पुरस्कार वितरण कार्यक्रम के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। केन्द्र एवं राज्य दोनों सरकारों द्वारा इसके लिए अनेक कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। किसान की आय बढ़ाने के दुग्ध उत्पादन की बड़ी भूमिका हो सकती है। किसान खेती करते हुए भी दुग्ध उत्पादन कर सकता है। प्रदेश की आबादी 22 करोड़ से अधिक है। यहां पर 18 मण्डल, 75 जिले, 653 नगर निकाय और लगभग 60 हजार ग्राम पंचायतें हैं, जबकि दुग्ध समितियों की संख्या 6735 है, जो कि ग्राम पंचायतों के 10वें हिस्से से कुछ ही अधिक हैं। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों की संख्या के दृष्टिगत दुग्ध समितियों की संख्या काफी कम है। इसे बढ़ाकर कम से कम 60 हजार किया जाना चाहिए। दुग्ध विकास विभाग जितनी जल्दी यह लक्ष्य प्राप्त कर लेगा, उतनी जल्दी ही किसानों के जीवन में समृद्धि और खुशहाली आएगी।
विकास की व्यापक संभावनाएं हैं
उन्होंने कहा कि यूपी में डेयरी क्षेत्र के विकास की व्यापक संभावनाएं हैं। डेयरी विकास के अनुकूल परिस्थितियां, आवश्यक संसाधन, मार्केट आदि सुविधाएं यहां उपलब्ध हैं। इन सम्भावनाओं को मूर्त रूप देने के लिए सम्मिलित प्रयास की जरूरत है। नए डेयरी संयत्रों की स्थापना, नई दुग्ध समितियों का गठन, किसानों को उन्नत प्रजाति के दुधारू पशुओं को उपलब्ध कराकर दुग्ध उत्पादन में वृद्धि की जा सकती है।
सीएम ने 2017-18 में प्रदेश में सर्वाधिक दुग्ध आपूर्तिकर्ता लखीमपुर खीरी की दुग्ध समिति बेलवामोती के सदस्य वरुण सिंह को 02 लाख रुपए का प्रथम पुरस्कार तथा जनपद मेरठ की दुग्ध समिति महिला नागौरी की सदस्य कुसुम को डेढ़ लाख रुपए का द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया। वुरुण सिंह ने 2017-18 में 1,23,650.50 लीटर तथा कुसुम ने 96,023.89 लीटर दूध की आपूर्ति की है।
इस मौके पर सीएम योगी ने पीसीडीएफ द्वारा जनता के उत्तम स्वास्थ्य के लिए विकसित 'परागÓ फॉर्टीफाइड दूध का शुभारम्भ किया। यह दूध विटामिन 'एÓ एवं विटामिन 'डीÓ से युक्त होगा। साथ ही, पीसीडीएफ के गुणवत्ता आश्वासन अनुभाग द्वारा सोयाबीन पाउडर के अपमिश्रण की त्वरित जांच हेतु विकसित टेस्टिंग स्ट्रिप का विमोचन भी किया। कार्यक्रम में प्रदेश के 73 जनपदों के सर्वाधिक दुग्ध उत्पादकों को गोकुल पुरस्कार के रूप में 51 हजार रुपए प्रदान कर सम्मानित किया गया। पुरस्कार प्राप्त करने वालों में 17 महिलाएं भी शामिल हैं।
बिना प्रयास सफलता नहीं मिलती
सीएम योगी ने सम्मानित दुग्ध उत्पादकों की सराहना करते हुए कहा कि इन सबने 'जहां चाह वहां राहÓ के सूत्र के आधार पर सफलता प्राप्त की है। बिना प्रयास के सफलता प्राप्त नहीं की जा सकती। अपने प्रयास से सफल होकर आज सम्मानित हो रहे दुग्ध उत्पादकों का कार्य अन्य लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। इनकी कार्यशैली सभी के सामने आनी चाहिए, जिससे अन्य लोग भी उसे अपनाकर अपना मार्ग प्रशस्त कर सकें।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए दुग्ध विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार के प्रयास से दुग्ध उत्पादन में 1.32 लाख लीटर की वृद्धि हुई है। इसमें अभी और वृद्धि होगी। कहा कि एनडीडीबी के प्रस्ताव के अनुरूप कर्मचारियों को मिलने वाली ग्रेचुय्टी में वृद्धि की जानी चाहिए। कार्यक्रम को कृषि उत्पादन आयुक्त प्रभात कुमार ने भी सम्बोधित किया।
Published on:
06 Aug 2018 06:53 pm
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