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किसानों को मूंग के बीज खरीदने पर मिलेगी 50% सब्सिडी, ना चुकें मौका

यूपी सरकार किसानों की आय को दोगुना करने के लक्ष्य से कई योजनाएं चला रही है। इनमें से एक योजना है दलहनी फसल के किसानों को ग्रीष्मकालीन मूंग के बीजों पर अनुदान प्रदान करने की।

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लखनऊ

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Vikash Singh

Mar 17, 2024

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मूंग दलहनी एक मुख्य दाल फसल है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है। यह फसल शक्ति-वर्धक दाल के रूप में जानी जाती है जिसमें पोषक तत्व और प्रोटीन की भरपूर मात्रा होती है। मूंग दाल में 25 प्रतिशत प्रोटीन, 60 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट, 13 प्रतिशत फैट और अल्प मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है। इसके अलावा, मूंग बुखार/ज्वर और कब्ज के लिए भी लाभकारी होती है।


यूपी सरकार किसानों की आय को दोगुना करने के लक्ष्य से कई योजनाएं चला रही है। इनमें से एक योजना है दलहनी फसल के किसानों को ग्रीष्मकालीन मूंग के बीजों पर अनुदान प्रदान करने की। रायबरेली जनपद में इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को कृषि विभाग की वेबसाइट पर पंजीकरण कराना होगा, जिसके बाद उन्हें 50 प्रतिशत का अनुदान प्राप्त होगा। इसके लिए पूर्व से पंजीकृत किसानों को फिर से पंजीकृत कराने की कोई आवश्यकता नहीं होगी।

रायबरेली जिले के लोगों को मिलेगा डायरेक्ट फायदा
रायबरेली जनपद में काफी संख्या में किसान मूंग की खेती करते हैं, इसलिए यहां के कृषि केंद्रों से दो उन्नतिशील मूंग की प्रजातियों के बीज सुलभ मिलते हैं। इस तरह की योजनाओं से किसानों को खेती में और भी सुविधा मिलेगी और उनकी आय में वृद्धि होगी।

मूंग की खेती का मुख्य उद्देश्य किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारना है। यह एक लाभकारी फसल है जो कम लागत और समय में खरीफ, रबी और जायद तीनों सीजन में उचित परिस्थितियों में उत्पादन किया जा सकता है। इससे किसानों की आय में स्थिरता आती है और उनका जीवनाधार बेहतर होता है।

मूंग दलहनी फसल न केवल किसानों के लिए बल्कि आम जनता के लिए भी फायदेमंद है
इस तरह की सरकारी योजनाओं और उत्पादक केंद्रों के माध्यम से किसानों को तकनीकी सहायता, बीज और अन्य साधनों की सुविधा मिल रही है, जिससे उनकी उत्पादनता में वृद्धि होगी। इससे कृषि क्षेत्र को भी नई ऊर्जा मिलेगी और वह आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। अगर हम स्वयं खेती करने का सोचें, तो मूंग की खेती कम लागत और अच्छा मुनाफा दिलाने वाली है। यह फसल विभिन्न भागों में उत्पादित की जा सकती है और इसकी मांग भी बढ़ती जा रही है। इससे न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, बल्कि इससे आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी।

अगर हम देखें, तो मूंग दलहनी फसल न केवल किसानों के लिए बल्कि आम जनता के लिए भी लाभकारी है। इसके सेवन से हमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और अन्य पोषक तत्व मिलते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होते हैं।

सम्पूर्ण रूप से कहें तो, मूंग दलहनी फसल की खेती एक उत्तम विकल्प है, जो किसानों को न केवल आर्थिक स्थिति में सुधार देती है, बल्कि उनके स्वास्थ्य को भी सुरक्षित रखने में मदद करती है।