
लखनऊ. काशी हिंदू विश्वविद्यालय में कार्यरत हृदय(दिल) रोग विभाग के एचओडी प्रोफेसर ओम शंकर पर एक वकील ने वाराणसी के लंका थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। वकील द्वारा प्रोफेसर ओम शंकर पर भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया गया है। अपनी तहरीर पर बीएचयू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र व इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता सौरभ तिवारी ने प्रोफेसर पर हिन्दुओं का भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया हैं। अपनी तहरीर में वकील ने कहा है कि प्रोफेशन ने अपने फेसबुक वॉल पर भगवान परशुराम को लेकर अभद्र टिप्पणी की है जो भावनाओं को आहत करने वाला है।
पांच जनवरी को की थी पोस्ट
अधिवक्ता की तहरीर पर लंका थाने की पुलिस ने प्रोफेसर ओम शंकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। एफआईआर में आरोप लगाए गए हैं कि प्रोफेशन में 5 जनवरी को अपनी फेसबुक वॉल पर भगवान परशुराम पर अमर्यादित टिप्पणी की है। अपनी पोस्ट में प्रोफेसर ओम शंकर ने भगवान परशुराम की तुलना गोडसे से की है। प्रोफेस के इस कृत से परशुराम को भगवान मानने वाले हिंदुओं की भावनाएं आहत हुई हैं।
परशुराम हैं भगवान
प्रोफेशर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने वाले अधिवक्ता सौरभ तिवारी का कहना है कि हिंदू धर्मग्रंथों व मान्यताओं के अनुसार परशुराम भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं। हिंदू धर्म में भगवान परशुराम की पूजा होती है ऐसे में उनकी तुलना गोडसे से करना अमर्यादित है। प्रोफेसर ने जित तरह से फेसबुक पर भगवान परशुराम को लेकर अमर्यादित टिप्पणी की है उससे हिन्दू समाज की भावनाएं आहत हुई हैं। भगवान परशुराम को लेकर हिन्दू समाज के धार्मिक ग्रेंथों में भगवान की श्रेणी दी गई है हिन्दू समाज भगवान परशुराम की पूजा करता है। हिन्दुओं की भावनाओं करो आहत करने का किसी को हक नहीं है।
Published on:
08 Jan 2022 06:18 pm
