
जेब और खाने की थाली पर असर
लहसुन की लगातार बढ़ रहीं कीमतों ने लोगों के खाने का जायका बिगाड़ रखा है। फुटकर बाजारों में जो लहसुन जनवरी माह में 300 से 350 रुपये किलो बिक रहा था। फरवरी में उसी लहसुन के दाम 500 रुपये किलो तक पहुंच गए हैं। लहसुन के साथ ही अदरक के दाम भी कम नहीं हो रहे हैं। जबकि नई अदरक भी बाजार में आ गयी है। सब्जी कारोबारियों के मुताबिक नई फसल आने के बाद कीमत कम होने के बजाए बढ़ती ही जा रही है।
चौक के एक सब्जी विक्रेता ने बताया कि पिछले वर्ष लहसुन की कीमत बाजार में बेहद कम मिली थी, इस वजह से किसानों ने इस साल लहसुन का उत्पादन बीते वर्ष की तुलना में कम कर दी। है। यही कारण है कि बाजार में लहसुन की कमी हो गई। इस कारण लहसुन की कीमतों में काफी उछाल देखने को मिल रहा है।
भारतीय किसान एवं आढ़ती वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष नजमुद्दीन राइनी बताते हैं कि लहसुन एमपी और राजस्थान से आता है। सबसे ज्यादा लहसुन राजस्थान के टोंक से आता है। पिछले साल लहसुन का दाम इतना गिर गया था कि किसान से लेकर आढ़ती तक के पसीने छूट गये थे। जिसके चलते इस बार कम किसानों ने फसल की। फसल कम और मांग ज्यादा होने के कारण दाम कम होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं।
Published on:
16 Feb 2024 09:06 am
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